गोड्डा । जेएमएम के कद्दावर नेता हेमलाल मुर्मू भगवान बजरंगबली को लेकर दिए अपने विवादित बयान से मुकर गए हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है, उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है.

क्या कहते है हेमलाल मुर्मू

झामुमो नेता हेमलाल मुर्मु ने कहा कि उन्होंने भगवान बजरंगबली के विरुद्ध कोई ऐसा वैसा बयान नहीं दिया है, जिसमें उनकी मूर्ति हटाने और आदिवासियों की भीड़ द्वारा तीर चलाये जाने की बात कही गयी है. उन्होंने मीडिया पर उनके भाषण को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि निजी चैनल ने उनके भाषण को गलत तरीके से पेश किया है. इसका संशोधन होना चाहिए. हेमलाल मुर्मू ने कहा कि बोआरीजोर कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कोई विवादित बयान नहीं दिया है.

क्या है मामला

बता दें कि गोड्डा के बोआरीजोर में जेएमएम का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित हुआ. जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता हेमलाल मुर्मू भी शामिल हुए. इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वो कुछ ज्यादा ही बोल गए. उन्होंने बजरंगबली की तुलना जमीन हड़पने वाले अधिकारी के रूप में की. सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन लूटी जा रही है.

राजमहल के तालझारी में तीन सौ एकड़ जमीन रिफ्यूजी को बंदोबस्त कर दी गई. साथ ही उस जमीन पर लैंड एक्यूजिशन ऑफिसर को खड़ा कर दिया. उन्होंने कार्यकर्ता से पूछा कि जानते हैं ना ये पदाधिकारी कौन हैं.. अरे बजरंगबली. उन्होंने कहा कि वो बजरंगबली को लैंड एक्यूजिशन ऑफिसर बोलते हैं. हेमलाल मुर्मू ने अपने भाषण में बताया कि उन्होंने उस जमीन पर से मूर्ति हटाने को कहा है. अगर मूर्ति नहीं हटाया तो आदिवासी तीर-धनुष लेकर आएंगे.

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