धनबाद। झारखंड का एक लाल त्रिपुरा में शहीद हो गया। धनबाद जिला के गोबिंदपुर के रहने वाले रविशंकर साव की रविवार को एक हादसे में मौत हो गयी। रवि शंकर साव भारत-बांग्लादेश बार्डर पर त्रिपुरा इलाके में तैनात थे। हादसे की वजह से करंट लगना बताया जा रहा है। धनबाद के गोबिंदपुर थाना अंतर्गत हिंद कालोनी (मास्टर कालोनी) के रहने वाले रवि शंकर साव BSF-200 बटालियन में पोस्टेड थे। घटना के बाद पूरा क्षेत्र में शोक की लहर है। रविशंकर साव के पिता रामदेव साव शिक्षक हैं और धनबाद जिला में ही पोस्टेड हैं।

जानकारी के मुताबिक बीएसएफ हेडक्वार्टर से कल जवान रविशंकर साव के पिता रामदेव साव को मोबाइल पर काल आया था। मोबाइल पर आये काल में सूचना दी गयी थी, रविशंकर साव एक दुर्घटना का शिकार हो गया है। उसे करंंट लगा है और गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में डाक्टरों की काफी कोशिश के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका है।

बीएसएफ हेडक्वार्टर से आये इस फोन काल के जवाब में रामदेव साव ने काफी सवाल भी पूछे, लेकिन सामने से किसी भी और सवाल का जवाब नहीं दिया गया। इधर देश के लाल की इस तरह हादसे में हुई मौत से पूरा धनबाद सन्न है। इधर घटना के बाद इलाके में शोक की लहर है। पिता रामदेव और घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद के पिता ने इस मामले निष्पक्ष जांच की मांग की है।

रविशंकर साव 32 साल के थे और करीब 10 साल से देश सेवा में थे। काफी मृदुभाषी और आसपास में काफी चर्चित बीएसएफ जवान के पिता रामदेव साव ने बताया कि रवि की अपने परिवार से रविवार को भी बात हुई थी। कुछ घंटों के बाद अचानक से उनकी मौत की खबर बीएसएफ हेडक्वार्टर से आयी। शहीद रवि की शादी हो चुकी थी, 6 साल और 8 साल के दो बच्चे हैं। रवि साव ने साल 2012 में बीएसएफ में नौकरी ज्वाइन की थी, हाल ही में उन्हें बीएसएफ विभाग ने बिजली संबंधी कामों की जिम्मेदारी सौंपी थी। जवान असम त्रिपुरा बार्डर पर गोकुल नगर में ड्यूटी पर तैनात थे। मोटर चलाने के दौरान ये हादसा हो गया। खबर है कि मोटर स्विच में अचानक करंट फैलने से मौके पर ही वो शहीद हो गये।

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