रांची। शिक्षा विभाग ने राज्य भर के स्कूलों के लिए “सीटी बजाओ स्कूल बुलाओ” कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया है। स्कूल के पोषक क्षेत्र को टोलो में बांटकर कक्षा से पहले सीटी बजा कर स्कूल भेजने के लिए बच्चों के माता पिता को जागरूक करना है। कार्यक्रम की सफलता का दायित्व जिला और प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी की होगी।

क्या है सचिव का निर्देश

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग सचिव ने सभी विद्यालयों में ‘सीटी बजाओ स्कूल बुलाओ’ कार्यक्रम लागू करने का निर्देश दिया है। इसका उद्देश्य विद्यालय में छीजित दर कम करना, बच्चों की नियमित उपस्थिति बढ़ाना और शिक्षा के प्रति माता-पिता एवं बच्चों में जिम्मेदारी की भावना उत्पन्न करना है। इस उदेश्य की प्राप्ति के लिए विद्यालय में नई कार्यप्रणाली लागू की जाएगी।

नियमित जांच का निर्देश

जनवरी-2024 के पहले एवं दूसरे सप्ताह में राज्य स्तरीय टीम के द्वारा क्षेत्र भ्रमण के क्रम में कार्यक्रम का अनुश्रवण एवं सभी विद्यालयों में उक्त कार्यक्रम के अभ्यास की निगरानी की जाएगी। उक्त कार्यक्रन को प्रखंड के सभी विद्यालयों में क्रियान्वयन कराने की जिम्मेदारी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी की होगी।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य

  • विद्यालय में सभी बच्चों को पोषक क्षेत्र के टोलो के आधार पर समूह में बांट देना है।
  • प्रत्येक समूह का एक मॉनिटर चयन करना है।
  • प्रत्येक समूह को एक सीटी प्रदान करना है।
  • प्रत्येक समूह के साथ विद्यालय के एक शिक्षक को मार्ग दर्शक बनाना है। एकल शिक्षकीय विद्यालय या कम शिक्षक वाले विद्यालय में माता समिति के सदस्यों को मार्गदर्शक बनाया जा सकता है। इसमें विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को भी जोड़ा जा सकता है।
  • प्रत्येक समूह अपने लिए निर्धारित क्षेत्र में विद्यालय प्रारंभ होने के एक घंटा पहले सीटी बजाते स्कूल आएंगे। अभिभावकों को प्रेरित करेंगे कि वे अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजें।
  • नियमित विद्यालय आने वाले बच्चों के अभिभावकों को विद्यालय द्वारा सम्मानित किया जायेगा।

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