विशाखापत्तनम। CISF का जवान हनीट्रैप में फंस गया। पाकिस्तानी हुस्नपरी ने लटके-झटके दिखाकर जवान को पहले अपने जाल में उलझाया और फिर सीक्रेट जानकारी लेने लगी। जवान का नाम कपिल कुमार है। कपिल पाकिस्तान की इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के मोबाइल नंबर 7764892291 के संपर्क में था. कंपनी के अधिकारियों को जैसे ही जानकारी मिली उन्होंने कपिल पर निगरानी बढ़ा दी. तीन दिन तक निगरानी में रखने के बाद जब अधिकारियों का शक और गहरा हुआ तो उन्होंने कपिल को हिरासत में लेकर पूछताछ की।

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में तैनात जवान के पाकिस्तानी हनी-ट्रैप में फंसने का संदेह है। कपिल फिलहाल वो विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के सुरक्षा विंग में तैनात है। जानकारी के मुताबिक, कपिल कुमार की कुछ दिन पहले फेसबुक पर एक तमीशा नाम की एक महिला से दोस्ती हुई थी और दोनों एक दूसरे से बातचीत भी करने लगे थे।

सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच मोबाइल नंबर का लेन-देन भी हुआ था और अक्सर बातचीत भी होती थी. बताया जा रहा है कि भारतीय की खुफिया एजेंसियां कुछ दिन पहले कंपनी में तैनात सीआईएसएफ अधिकारियों को सतर्क किया था कि वो ऐसे किसी भी संदिग्ध से बात ना करें। पूछताछ में कपिल कुमार ने कई सवालों का जवाब दिया है, लेकिन अधिकारियों को शक है कि वो कई अहम चीजों को छिपा रहा है।

कपिल कुमार पिछले साल 22 अगस्त से इस स्टील प्लांट की सुरक्षा यूनिट में तैनात है। इससे पहले उसकी तैनाती हैदराबाद में स्थित भारत डायनेमिक्स लिमिटेड में थी. कपिल यहां करीब पांच साल तक तैनात रहा है। दूसरी ओर से विशाखपत्तनम में भारतीय नौसेना के पूर्वी कमान का मुख्यालय भी है. जहां नौसेना से जुड़े कई कारखाने भी स्थित हैं।

अधिकारियों ने कपिल कुमार के खिलाफ स्टील प्लांट थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने कपिल का मोबाइल जब्त कर जांच शुरू कर दी है। हाल ही में फेसबुक पर उसकी दोस्ती हैदराबाद की तमीशा से हुई थी. हालांकि, वो इस बात से इनकार किया है कि उसने तमीशा को किसी भी प्रकार की कोई खुफिया जानकारी उपलब्ध कराई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कपिल से बातचीत के दौरान तमीशा ने उसके मोबाइल पर एक ऐप इंस्टॉल करने के लिए संदिग्ध लिंक भी भेजा था। हालांकि, पूछताछ में कपिल ने बताया है कि उसने लिंक पर क्लिक नहीं किया है। शुरुआत में कपिल ने बताया था कि उसके पास दो मोबाइल फोन हैं, लेकिन अधिकारियों ने जब उसकी गहन जांच की तो उसके पास से एक और मोबाइल बरामद हुआ। जांच किया गया तो पता चला कि मोबाइल का सारा डेटा डिलीट कर दिया गया है. फिलहाल मोबाइल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया है।

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