जमशेदपुर। भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री होंगे। आज दिवाली पर उनके नाम पर पार्टी ने मुहर लगायी। यूं तो सभी को पता है कि ऋषि सुनक इंफोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति व सुधा मूर्ति के दामाद है। उन्होंने बैंग्लुरू में अक्षता के साथ शादी रचायी थी। ऋषि सुनक का बैंग्लुरू से तो रिश्ता रहा है, लेकिन जमशेदपुर के साथ भी उनका कनेक्शन रहा है। ऋषि सुनक पंजाबी ब्राह्मण माता-पिता ऊषा व यशवीर सुनक की संतान हैं।

ऋषि सुनक ने इंफोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति व सुधा मूर्ति की पुत्री अक्षता से बेंगलुरू आकर 2009 में विवाह किया था। इनकी मुलाकात इंग्लैंड के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एमबीए की पढ़ाई के दौरान हुई थी। अक्षता फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में ब्रिटेन की उल्लेखनीय हस्ती हैं। ऋषि व अक्षता सुनक की दो संतान हैं, जिनका नाम अनुष्का व कृष्णा है।

ऋषि सुनक का सीधा वास्ता तो जमशेदपुर से नहीं है, लेकिन उनकी सास सुधा मूर्ति के साथ जमशेदपुर का वास्ता रहा है। इंफोसिस की वाइस चेयरमैन सुधा मूर्ति 1974 में टाटा मोटर्स की पहली महिला इंजीनियर थीं। उन्होंने जमशेदपुर स्थित टाटा मोटर्स के प्लांट में डेवलपमेंट इंजीनियर के पद पर काम किया था, हालांकि यहां ज्यादा लंबा कार्यकाल नहीं रहा।

सुधा मूर्ति के पहले टाटा मोटर्स में महिला इंजीनियर की नियुक्ति नहीं होती थी। 1974 में जब टाटा मोटर्स ने इंजीनियरों की वैकेंसी निकाली तो वो सिर्फ पुरूषों के लिए रिजर्व था। ऐसे में सुधा ने गुस्से में आकर सीधे जेआरडी टाटा को पत्र लिख दिया। पत्र में लिखा कि जब आप महिलाओं को मौका ही नहीं देंगे, तो वह अपनी क्षमता कैसे साबित करेंगी। पत्र मिलते ही जेआरडी के निर्देश पर सुधा मूर्ति का विशेष साक्षात्कार लिया गया और उन्हें नौकरी पर रख लिया गया।

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