आयोडिन नहीं, कैंसर वाला केमिकल. बाजारों में बिक रहा घटिया नमक; कैसे हुआ खुलासा?

आयोडिन नहीं, कैंसर वाला केमिकल. बाजारों में बिक रहा घटिया नमक; कैसे हुआ खुलासा?
कहते हैं कि नमक से बढ़कर कोई स्वाद नहीं होता. चाहे कोई भी खाना बनाना हो, नमक के बिना स्वाद नहीं आता. एक चुटकी नमक खाने का स्वाद बढ़ा देता है, लेकिन क्या आपको पता है कि खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले नमक में भी मिलावट की जा रही है.इस चौंकाने वाले तथ्य का खुलासा खुद खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ने किया है. कर्नाटक में नमक के 2,300 नमूनों की जांच से पता चला कि ये भी खराब है.
विभाग के लोगों ने बैंगलोर के हॉस्टलों और पीजी का दौरा किया गया और नमक के नमूने लिये गये. 2,300 नमूनों की जांच से पता चला कि नमक भी खराब है. खाद्य और सुरक्षा विभाग बेंगलुरु सहित पूरे राज्य से नमक के नमूने इकट्ठा किया था, जिसमें आयोडीन की कमी पाई गई. आयोडीन शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. आयोडीन की कमी कई बीमारियों का कारण बन सकती है. स्वस्थ बच्चे बीमार हो सकते हैं. इसके अलावा कैंसर वाला केमिकल भी पाया गया है.
पानीपूरी की भी हुई थी जांच
इससे पहले भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने पानी पूरी की जांच की थी, अपनी जांच में 260 जगहों से पानी पूरी के नमूने लिए थे. कर्नाटक में पानीपूरी के 260 सैंपलों में से 41 को असुरक्षित पाए गए हैं। उनमें कृत्रिम रंग और कैंसर पैदा करने वाले एजेंट थे. जबकि बाकी 18 की क्वालिटी बहुत खराब थी, जिन्हें खाया नहीं जाना चाहिए.
‘ईट राइट’ नाम का अभियान किया है शुरू
कॉटन कैंडी से लेकर पानीपुरी तक में आर्टिफिशियल रंगों के इस्तेमाल पर रोक लगाने से लेकर खाद्य और सुरक्षा विभाग की क्वालिटी वॉर शुरू हो गई है. खाद्य और सुरक्षा विभाग ने ‘ईट राइट’ नामक अभियान शुरू किया है, जिसके तहत विभाग राज्य में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता परीक्षण कर रहा है. गुणवत्ता परीक्षण में कॉटन कैंडी में इस्तेमाल होने वाली एक आर्टिफिशियल डाई में रोडामाइन बी पाया गया, जिससे कैंसर होता है. इसके बाद विभाग ने आर्टिफिशियल रंगों के इस्तेमाल करने वालों पर 10 लाख रु. जुर्माने का आदेश भी जारी किया.Health Tips: चॉकलेट खाने से क्या शुगर लेवल होता है कंट्रोल? रिसर्च में हुआ चौंकाने वाला खुलासा