भभुआ: सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर राज कुमार सिंह कार्यस्थल पर महिला कांस्टेबल के यौन उत्पीड़न के आरोप में शाहाबाद रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ने निलंबित कर दिया है। सर्किल इंस्पेक्टर के कार्यालय में तैनात महिला सिपाही ने उत्पीड़न की शिकायत की थी। जिसकी जांच छह सदस्यीय आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) ने की थी। जिसमें आरोप सही पाए गए थे। महिला सिपाही को किस करने और बेड टच का इंस्पेक्टर राज कुमार पर आरोप हैं।

आईसीसी ने पुलिस अधीक्षक को अपनी रिपोर्ट में कांस्टेबल द्वारा लगाए गए आरोपों को सही पाया, जिसमें मुख्यालय डीएसपी साकेत कुमार, महिला थाना प्रभारी पूनम कुमारी, सार्जेंट शुभांगी कुमारी, सब इंस्पेक्टर श्रद्धा सुमन, कांस्टेबल संध्या कुमारी और सामाजिक कार्यकर्ता प्रोफेसर सीमा पटेल शामिल थे। एसपी ने रिपोर्ट शाहाबाद डीआइजी नवीन चंद्र झा को भेजी, जिन्होंने इंस्पेक्टर को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई का निर्देश दिया।

कैमूर के एसपी ललित मोहन शर्मा ने शनिवार को कहा कि शाहाबाद के इंस्पेक्टर ने कार्यस्थल पर महिला कांस्टेबल के यौन उत्पीड़न का दोषी पाए जाने के बाद पुलिस इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया गया क्योंकि महिला कांस्टेबल ऐसा नहीं चाहती आरोपी अधिकारी की आयु 55 वर्ष से अधिक है।

कैमूर में तैनात एक डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी को भी आईसीसी का जांच में महिला सब इंस्पेक्टर के साथ कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न का दोषी पाया गया है। मामले को जानने वाले एक अधिकारी ने बताया कि एसपी ने आईसीसी रिपोर्ट पुलिस महानिरीक्षक (IG) को भेज दी है और कार्रवाई की प्रतीक्षा है। डीआइजी के पास पुलिस निरीक्षक रैंक के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की शक्ति है, जबकि आईजी के पास डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी के खिलाल एक्शन लेने का अधिकार है।

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