भारत की हिट लिस्ट में 6 मोस्ट वॉन्टेड आतंकी….एक का Operation Sindoor में हुआ खात्मा, अब इनकी बारी

पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने में भारत पूरी तरह से सफल रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के कई आतंकी ठिकानों पर हमला किया। भारतीय सेना ने 6-7 मई की दरमियानी रात को 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और इन्हें तबाह कर दिया।
लश्कर-ए-तयैबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों के ये ठिकाने, उनके ट्रेनिंग कैंप और मुख्यालय थे। इसी हमले में भारत का मोस्ट वॉन्टेड आतंकी भी मारा गया। ये कोई और नहीं मसूद अजहर का भाई रऊफ अजहर था। IC-814 कंधार हाइजैक के मास्टरमांइन के रूप में जाना जाने वाला ये आतंकी भारत में कई और हमलों का साजिशकर्ता रहा है। भारत ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई देशों की इस पर नजर थी।
रऊफ अजहर
अब्दुल रऊफ अजहर, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के सबसे खतरनाक आतंकियों में से एक था। पाकिस्तान का ये बाशिंदा था और वहीं छिपा भी हुआ था। 1999 का कंधार हाइजैक का न सिर्फ ये साजिशकर्ता था, बल्कि इसने इस हाइजैक को पूरी तरह एग्जीक्यूट किया था। भारतीय संसद हमला, पठानकोट और पुलवामा हमले की साजिश भी इसी ने रची थी। इसके अलावा भी 2014 से 2019 के बीच हुए कई और हमलों में ये लिप्त रहा। पाकिस्तान में सक्रिय था और इंटरपोल द्वारा वांछित था और आज ये मारा गया है।
साजिद मीर
साजिद मीर लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक प्रमुख सदस्य है, जो 2008 के 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है। अमेरिका ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 5 मिलियन डॉलर लगभग 41 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया है और वह FBI की मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में शामिल है । इसे लोग साजिद मजीद चौधरी, अंकल बिल के नाम से भी जानते हैं। मीर ने 2008-2009 के बीच डेनमार्क में एक समाचार पत्र और उसके कर्मचारियों के खिलाफ आतंकवादी हमले की साजिश भी रची थी। भारत और अमेरिका ने मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव प्रस्तुत किया, लेकिन चीन ने इस प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगा दी, जिससे वह वैश्विक आतंकवादी की सूची में शामिल नहीं हो सका।
साजिद मीर।
दाऊद इब्राहीम
इससे कोई अनजान नहीं कि दाऊद इब्राहिम भारतीय माफिया सरगना, ड्रग तस्कर और आतंकवादी हैं, जो मुंबई स्थित अपने गैंग ‘डी-कंपनी’ के लिए कुख्यात रहा है। दाउद का जन्म 26 दिसंबर 1955 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के खेड़ में हुआ था। उसके पिता इब्राहीम कासकर मुंबई पुलिस में हेड कांस्टेबल थे और मां अमीना बी गृहिणी थी। दाऊद ने मुंबई के डोंगरी क्षेत्र में अहमद सैलर हाई स्कूल से पढ़ाई की, लेकिन पढ़ाई पूरी किए बिना ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया। मुंबई में खूनी खेल चलाने के बाद इसके कदम आतंकवाद की ओर बढ़े। 12 मार्च 1993 को मुंबई में हुए बम धमाकों की दाऊद इब्राहिम ने ही रची थी। इनमें 257 लोग मारे गए और 1400 से अधिक घायल हुए थे। इन धमाकों में 13 कार बमों का इस्तेमाल किया गया था, जो RDX से भरे हुए थे ।
2003 में भारत और अमेरिका ने दाऊद इब्राहिम को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया और उसके ऊपर 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा। दाऊद इब्राहिम वर्तमान में पाकिस्तान के कराची में रह रहा हैं, हालांकि पाकिस्तानी सरकार इससे इनकार करती रही है। 2015 में भारतीय समाचार चैनल टाइम्स नाउ ने कराची में उसके घर पर फोन कॉल किया, जिसमें उनकी पत्नी ने यह पुष्टि की कि वह वहीं है। इसके बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों ने कराची में उसके ठिकाने की जानकारी एकत्रित की, जो दोनों देशों के बीच आतंकवाद पर बातचीत के दौरान प्रस्तुत की जानी थी, लेकिन यह वार्ता रद्द हो गई।
रियाज भटकल
रियाज भटकल, भारतीय आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (IM) का सह-संस्थापक और प्रमुख कमांडर है। ये कोई पाकिस्तानी नागरिक नहीं है, बल्कि कर्नाटक के भटकल जन्मा भारतीय नागरिक है। से सालों पहले SIMI (Students Islamic Movement of India) से जुड़ा था। रियाज और उसके भाई इकबाल भटकल ने IM की स्थापना की और इसके संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2006 मुंबई ट्रेन बम धमाके में रियाज भटकल ने विस्फोटकों की व्यवस्था की थी। 2007 हैदराबाद बम धमाके में भी इसका हाथ था। लुम्बिनी पार्क और गोकुल चाट भंडार में हुए इन हमलों के लिए रियाज भटकल को जिम्मेदार ठहराया गया। साल 2013 हैदराबाद धमाके में एक बार फिर इसका ही नाम सामने आया। दिलसुखनगर क्षेत्र में हुए इन हमलों के पीछे भी रियाज भटकल ही था। सूरत में परमाणु हमले की साजिश भी रियाज ने रची थी। रियाज भटकल और यासीन भटकल ने सूरत में परमाणु हमले की योजना बनाई थी, लेकिन यह साजिश समय रहते नाकाम हो गई। रियाज भटकल के खिलाफ राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) और इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है। रियाज भटकल वर्तमान में पाकिस्तान के कराची में ISI की सुरक्षा में रह रहे है। उसके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है, जिससे उसकी गतिविधियां ट्रैक करना कठिन रहा है।
रियाज भटकल।
हाफिज सईद
हाफिज सईद, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जमात-उद-दावा (JuD) का संस्थापक है। साल 2008 के 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले का ये भी मास्टरमाइंड रहा है। उसके खिलाफ भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा कई आरोप लगाए गए हैं, जिनमें आतंकवाद, आतंकवाद के वित्तपोषण और मनी लॉन्ड्रिंग शामिल हैं। हाफिज सईद को पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधक अदालत ने आतंकवाद के वित्तपोषण के दो मामलों में दोषी ठहराते हुए 31 साल की सजा सुनाई है। ये सजा सिर्फ कहने के लिए है। हाफिज अभी भी पाकिस्तान में खुलेआम घूमता है। पाकिस्तान आर्मी ने भारत के हमले के डर से हाफिज को लाहौर में सिविलियन इलाके में छिपाकर रखा था। लाहौर के मोहल्ला जोहर में छिपाया गया था। पाकिस्तान सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप के पूर्व कमांडो उसकी 24 घंटे सुरक्षा में तैनात हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने दिसंबर 2008 में हाफिज सईद को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। अमेरिका ने भी उसके ऊपर 1 करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा है।
जकी-उर-रहमान लखवी
जकी-उर-रहमान लखवी, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक प्रमुख कमांडर और 2008 के मुंबई 26/ 11 आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड है। भारत और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित लखवी को पाकिस्तान में आतंकवाद के वित्तपोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हालांकि उसकी गिरफ्तारी और सजा को लेकर कई अलग-अलग नजरिए पेश करती रिपोर्ट्स हैं। कहने के लिए ये सजा सिर्फ उसे अमेरिका और भारत से बचाने की पाकिस्तान की नीति है। लखवी ने हाफिज सईद के साथ मिलकर 2008 में 26/11 मुंबई हमले की साजिश रची, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। लखवी भारत में 2000 के लाल किला हमले, 2008 के रामपुर हमले और 2015 के उधमपुर हमले में शामिल था। लखवी को 2008 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया।
जकी-उर-रहमान लखवी।
मसूद अजहर
मसूद अजहर, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का संस्थापक और प्रमुख है। भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में से ये एक है। उसका नाम 2001 में भारतीय संसद पर हमले, 2016 के पठानकोट हमले, 2019 के पुलवामा हमले और कई अन्य आतंकवादी घटनाओं में सामने आया है। हाल ही में, मसूद अजहर को पाकिस्तान में एक शादी समारोह में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए देखा गया। उसने इस्लामाबाद के पास स्थित उम्म-उल-कुरा मदरसा और मस्जिद परिसर में आयोजित एक सभा में हिस्सा लिया था। इस सभा में मसूद ने भारत और इजराइल के खिलाफ भड़काऊ भाषण भी दिया था। मई 2019 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया। इससे पहले चीन ने कई बार उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के प्रस्तावों पर अडंगा लगाया था। सितंबर 2019 में भारत ने भी मसूद अजहर को आतंकवादी घोषित किया और पाकिस्तान से उसकी गिरफ्तारी की मांग की।