जैसलमेर। हिंदुओं के घरों पर बुलडोजर चलवाकर चर्चाओं में आयी आईएएस टीना डाबी (IAS Tina Dabi) अब बेघर हुए प्रवासी हिंदुओं के लिए आगे आयी है। जैसलमेर की डीएम (उपायुक्त) टीना डाबी ने बुधवार की देर रात बेघर परिवारों के लिए खाने-पीने और रहने की व्यवस्था करायी। हालांकि टीना डाबी ने कार्रवाई पर कहा है कि अमर सागर तालाब क्षेत्र के केचमेंट एरिया में अतिक्रमण नहीं होने दिया जा सकता है।

IAS टीना डाबी के मुताबिक बड़ी संख्या में पाकिस्तानी हिन्दू विस्थापित प्राइम लेंड और केचमेंट एरिया के साथ ही आवंटित जमीन पर काबिज हो गये थे। अप्रैल महीने भी कार्रवाई की गयी थी। लेकिन लोगों ने बात नहीं मानी, जिसके चलते दोबारा कार्रवाई की गयी है। डीएम टीना डाबी के मुताबिक, कार्यवाही में जो परिवार बेघर हुए हैं, उनके पुर्नवास के लिए जिला प्रशासन द्वारा कई कदम उठाए गए हैं। अब जिला प्रशानस, यूआईटी और पाकिस्तानी विस्थापितों के प्रतिनिधियों की संयुक्त सर्वे टीम बनाई जाएगी और पुनर्वास दिया जायेगा।

IAS टीना डाबी ने बताया कि जिन विस्थापितों को भारत की जिनको नागरिकता मिल चुकी है। सर्वे पूरा होना तक बेघर हुए विस्थापितों को रैन-बसेरा में रखा जाएगा। डीएम के आदेश के बाद 150 विस्थापित हिंदुओं को रैन-बसेरे में शरण दी गई है। उनके खाने-पीने के लिए भोजन की व्यव्स्था की गई है। इन लोगों में महिला और बच्चे भी शामिल हैं। अधिकारियों को विस्थापितों के मदद के लिए लगाया गया है।

जानकारी के मुताबिक भू-माफिया द्वारा हिंदू विस्थापितों को अमर सागर क्षेत्र के खसरा नंबर 31, 32, 32 और 245 पर बड़ी संख्या में बसाया गया है। प्रशासन को लगातार अमर सागर के सरपंच और अन्य लोगों से शिकायत मिल रही थी कि चूंकि केचमेंट का यह एरिया प्राइम लोकेशन है और इसकी कीमत भी बहुत ज्यादा है साथ ही यहां पर अतिक्रमण करने से तालाब के पानी के लिए भी ठीक नहीं होने की बात सामने आने पर डीएम डाबी ने नोटिस जारी कर विस्थापितों को जगह खाली करने का आदेश जारी किया था। लेकिन विस्थापितों ने जगह खाली नहीं की, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की ।

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