इंग्लैंड एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के हाथों भारत को 7 विकेटों से मैं हार का सामना करना पड़ा है। इस नतीजे के बाद 5 टेस्ट मैचों की सृंखला दोनों टीमों के बीसीजी 2-2 की बराबरी पर छुटी।

मैच के पहले 3 दिन बैकफुट पर रहने वाली इंग्लैंड की टीम मैच के चौथे दिन अपनी पकड़ मजबूत कर ली और आखिरी और पांचवे दिन जीत के अंजाम तक पहुँची। इंग्लैंड ने 378 के टारगेट को बौना साबित कर ऐतिहासिक और रिकॉर्ड जीत दर्ज की और भारत को उसकी सबसे करारी शिकस्त में से एक से रूबरू कराया। मैच के बाद भारतीय कोच ने कहा कि हमारे पास मैच को जीतने के पूरे मौके थे, पर हमने इसे गवाँ दिया।
मैच में हमारी दूसरी पारी में गेंदबाजी और बल्लेबाज़ी दोनों खराब रही, इस वजह से हम जीत के मौके को भुना नही सके। हार के बाद मैं कोई बहाना नही बनाना चाहता।

कुछ महीनों से हम जीत के मामलों में पिछड़ रहे

द्रविड़ ने कहा, ‘साउथ अफ्रीका के बाद यहाँ एजबेस्टन में भी हमारे पास जीत के कई मौके आये पर हमने जीत हासिल नही कर पाई। इस तरह की समस्या बहुत गंभीर है। हम पिछले कुछ सालों में बेहतर रहे है, पर कुछ महीनों से अपने परफॉर्मेंस में समरूपता नही रख पाए हैं तथा जीत के मामलों में पिछड़ते जा रहे है। हमे जीत के प्रदर्शन को वापस लाना होगा, साथ ही फ़िटनेस के मामलों में भी काम करना होगा।’

मैं पिछले साल टीम का हिस्सा नहीं था

भरतीय कोच ने कहा, ‘दूसरी पारी में हमारी बैटिंग अच्छी नहीं रही। इसका स्तर कुछ खास नहीं रहा। देखा जाए तो, पहली पारी में हमारी टीम की बैटिंग और बॉलिंग दोनों शानदार रही, पर दूसरी पारी में हम इसे बरकरार रखने में नाकाम रहे। हार के बाद मैं कोई बहाना नही बनाना चाहता, पर मैं पिछले साल इस टीम का हिस्सा नहीं रहा था। शायद उस वक़्त की इंग्लैंड की टीम कुछ और थी, और अभी हाल में ही इस टीम ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट जीत कर आई थी।’

हम काफ़ी लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट नही खेले थे

कोच ने कहा, ‘हमारी टीम ने लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट नही खेला था, और काफी वक़्त बाद ये मैच खेला। पर हम इस हार के बाद कोई बहाना नही बनाना चाहते। इंग्लिश टीम ने बढ़िया खेल दिखाया। हमने शुरू के 3 दिन के परफॉर्मेंस को बरकरार रखना चाहिए था। यही वजह है कि टेस्ट क्रिकेट का प्रारूप काफ़ी कठिन है। इसमें आपको अच्छे खेल को पाँचो दिन बरकरार रखना होता है।’

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