रांची। झारखंड में लोकसभा चुनाव से पहले टिकट को लेकर हलचल तेज है। सीट शेयरिंग का फार्मूला तो अभी तय नहीं है, लेकिन अभी से ही राजनीतिक पार्टियों ने ताल ठोंकना जरूर शुरू कर दिया है। हालांकि सीट शेयरिंग का फार्मूला 7+5+1+1 लगभग तय है, ऐसे में कौन कहां से चुनाव लड़ेगा, इसे लेकर भी पार्टियां अपने स्तर से गोटियां सेट करने में जुटी है। दुमका सीट पर झामुमो अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी, जबकि राजधानी रांची कांग्रेस के खाते में जायेगी।

पहले चर्चा थी कि दुमका सीट पर कल्पना सोरेन चुनाव लड़ सकती है, लेकिन अब खबर ये आ रही है कि हेमंत सोरेन दुमका सीट से लोकसभा चुनाव में उतरेंगे, जबकि कल्पना विधानसभा चुनाव लड़ेगी। उपचुनाव अगर नहीं भी हुआ, तो भी कल्पना लोकसभा के बजाय विधानसभा चुनाव ही लड़ेगी, ताकि कल्पना सोरेन की मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी रह सके।

पिछले दिनों पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी इस बात के संकेत दिये थे कि हेमंत सोरेन लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा था कि हेमंत सोरेन के दुमका लोकसभा से लड़ने का फैसला वो खुद लेंगे, लेकिन कार्यकर्ता चाहते हैं कि हेमंत सोरेन दुमका से चुनाव लड़ें। राज्य में कल्पना सोरेन को एक मजबूत नेता के रूप में खड़ा करना और हेमंत सोरेन का दुमका से चुनाव लड़ने की चर्चा यह साफ कर रही है कि JMM राजनीतिक तौर पर एक बड़े बदलाव की तरफ देख रहा है।

गांडेय में उपचुनाव होगा या नहीं, ये तो अभी तय नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि अगर उपचुनाव का ऐलान हुआ तो कल्पना सोरेन चुनाव लड़ सकती है। ताकि वो राज्य का कमान संभाल सके। कल्पना सोरेन ने गांडेय विधानसभा क्षेत्र में काफी सक्रियता है। वो इलाके का दौरा कर रही है, वो अभी से ही प्रचार अभियान में व्यस्थ हो गयी है।

राज्य में गठबंधन की किस सीट से कौन चुनाव लड़ेगा, इसका फैसला अब होली के बाद होगा, लेकिन प्रचार के लिए रणनीति अभी से बननी शुरू हो गई है। जनजाति सुरक्षित सीटों पर कल्पना सोरेन की अधिक मांग होगी।

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