रांची। अनुबंध स्वास्थ्यकर्मियों की मांगों के समर्थन में अब ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन खुलकर सामने आ गया है। ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन ने एनएचएम कर्मियों की हड़ताल को समर्थन देते हुए 1 फरवरी से काला बिल्ला लगाकर काम करने का ऐलान किया है। इस बाबत ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर नियमितीकरण की मांगों के समर्थन के साथ-साथ ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन के रुख के बारे में भी उन्हें अवगत कराया है।

दरअसल एनएचएम के संविदा कर्मी पारा मेडिकल स्टाफ पिछले 16 जनवरी से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। एनएचएम कर्मी नियमितीकरण की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आमरण अनशन पर भी है, जिसकी वजह से लगातार अनुबंधकर्मियों की तबीयत बिगड़ रही है।

AJPMA ने सरकार को लिखा पत्र

आल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन ने संविदा कर्मियों की मांगों का समर्थन करते हुए उनकी नियमितीकरण की मांग को जायज बताया।

साथ ही 1 फरवरी से काला बिल्ला लगाकर विरोध जताने और फिर भी सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। बैठक में चंदन ठाकुर, उमा काबरा,संतोष कुमार मेहता, सुनंदा जायसवाल, आनंद यादव, मनोज कुमार, चंदन कुमार, संजय कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

AJPMA के पदाधिकारी आंदोलन की रणनीति तैयार करते हुए

झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन की केंद्रीय बैठक 29 जनवरी को अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह की अगुवाई में हुई थी, जिसमें अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल को लेकर सरकार के रूख पर लंबी चर्चा हुई। बैठक में सरकार के रुख पर तीखी नाराजगी जताई गई, साथ ही सरकार को इस संदर्भ में तत्काल ध्यान देकर कार्रवाई की मांग की गई। बैठक में अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने दो टूक कहा कि अगर स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों को इसी तरह से राज्य सरकार की तरफ से अनदेखी की गई, तो फिर प्रदेश भर के स्वास्थ्य व्यवस्था को ठप कर प्रदेश के सभी स्वास्थ्यकर्मी सड़क पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...