problem of varicose veins: अगर आपके पैरों में नसें दिखती हैं या नीली नसें होने लगी हैं तो ये वेरिकोज वेन्स की समस्या की वजह से हो सकती है. इसमें शरीर के निचले हिस्से या पैरो में वो मुड़ी हुई नसें होती हैं जो सूजी हुई होती हैं. यह नसे धीरे-धीरे बैगनी और नीली होने लगती हैं. इसकी बड़ी वजह ज्यादा देर तक खड़े रहना या देर तक चलना होता है. इससे कई लोगों को नसों में दर्द, खींच या तकलीफ होती है वही दूसरी ओर कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें इससे कोई तकलीफ नहीं होती हैं. कई बार लोग इस समस्या को अनदेखा कर देते हैं. लेकिन ये नसें बाद में कई बार तकलीफ देती हैं।

कई बार इससे शरीर में कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं. जानिये इन सूजी हुई नसों का वजह, लक्षण और इलाज क्या है? वैरिकोज वेन्स मुख्यत: हाथ, पैर, एड़ी, टखने और पंजे में दिखाई देती हैं. यह सूजी हुई और अधिक मुड़ी हुई वो नसें होती हैं, जो नीले या गहरे बैगनी रंग की होती हैं. ये देखने में उभरी हुई होती हैं. इन नसों के आसपास स्पाइडर वेन्स (Spider veins) होती हैं. ये नसें लाल और बैगनी रंग की होती हैं, जो दिखने में काफी पतली एवं बारीक होती हैं.
ये हैं वैरिकोज वेन्स के लक्षण?

  1. नीली नसें
  2. नसों का गुच्छा
  3. पैरों में सूजन
  4. मसल्स में ऐंठन
  5. स्किन पर अल्सर
    क्यों होती हैं वैरिकोज वेन्स की समस्या?
    जब बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं होता है तो उस वजह से वैरिकोज वेन्स की समस्या बढ़ जाती है। दरअसल, ब्लड सर्कुलेशन स्लो होने से खून नसों में जमा होने लगता है और नसों में सूजन आने लगती है। सूजन के बाद नसें मुड़ने लगती हैं और फिर त्वचा पर उभरी हुई दिखाई देने लगती हैं। वैरिकोज में नीली नसों की गांठें कई बार बहुत लोगों में दर्द का कारण बनती हैं।
    ये लोग होते हैं सबसे ज़्यादा शिकार
    वैरिकोज वेन्स की परेशानी ज़्यादा देर तक खड़े रहने और लगातार बैठे रहने से होती है इसलिए इसके सबसे ज़्यादा शिकार दुकानदार,टीचर,ऑफिस में घंटों बैठने वाले ट्रैफिक पुलिस और सिक्योरिटी गार्ड्स होते हैं। कहने का मतलब है कि जो लोग ज़्यादा चल नहीं पाते वो डेंजर ज़ोन में आ जाते हैं।
    इन वजहों से भी हो सकती है वैरिकोज वेन्स की समस्या
  6. हार्मोन का बैलेंस बिगड़ना
  7. बढ़ती हुई उम्र
  8. अधिक वजन होना
  9. लंबे समय तक खड़े रहना
  10. नसों पर पर दबाव पड़ना
  11. वैरिकोज वेन्स
    वैरिकोज वेन्स ठीक करने के लिए आज़माएं ये नुस्खे
    अपनी लाइफ स्टाइल में हल्के फुल्के बदलाव कर आप वैरिकोज वेन्स की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। रोजाना हरी सब्जियां खाने से नसों के डैमेज होने का खतरा भी कम हो जाता है क्योंकि हरी पत्तेदार सब्जियां वेन्स में फैट और कैल्शियम को जमने से रोकती है जिससे पूरा सर्कुलेटरी सिस्टम परफेक्ट वर्क करता है। साथ ही वज़न कंट्रोल करें, नमक और शक्कर कम खाएं, टाइट कपड़े न पहनें। साथ ही आप एप्पल साइडर विनेगर और जैतून के तेल से अपने पैरों को मसाज करें। इससे आपको काफी राहत मिलेगी
    वैरिकोज वेन्स का इलाज
    अगर इन नुस्खों से भी कोई असर न हो तो आप वैरिकोज वेन्स का इलाज कराएं। जैसे कपिंग थेरेपी, लीच थेरेपी, मिट्टी लेप जैसी थेरेपी बेहद असरदार साबित होते हैं।

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