Back pain location: पीठ दर्द का सामान्य बीमारी समझना आपके लिए परेशानी से भरा हो सकता है। पीठ में लगातार दर्द हो तो, ये कई बड़ी बीमारी का भी लक्षण बन जाता है। आगे चलकर यह दर्द असहनीय भी हो सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि लगातार पीठ में होने वाला दर्द कई ऐसे संकेत दे सकता है जिससे आपको अपनी सेहत का पता लगता है। हर प्रकार के पीठ दर्द के इलाज के अलग-अलग तरीके हैं। इनमें से कुछ प्रकार के दर्द पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत होती है। यदि आराम करने के बाद भी दर्द में सुधार नहीं होता है या रात में अधिक बढ़ जाता है, छींकने, खांसने पर दर्द और बढ़ जाता है तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए. पीठ के किस हिस्से में दर्द का क्या मतलब होता है, इस बारे में जान लेना काफी जरूरी है।

दर्द कितना खतरनाक- दोनों साइड में दर्द
पीठ के दोनों साइड यानी किनारों में दर्द हो रहा है तो यह संकेत दे सकता है कि आपकी किडनी, आंत या गर्भाशय में समस्या हो सकती है. सेलिब्रिटी ऑस्टियोपैथ नादिया अलीभाई का कहना है, ‘किडनी की समस्याएं आपकी रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ पसलियों में दर्द पैदा कर सकती हैं.अगर किसी को किडनी की समस्या है तो दर्द आमतौर पर उन क्षेत्रों में फैलता है जहां किडनी स्थित होती है.किडनी पसली के ठीक नीचे बीच में स्थित होती हैं इसलिए यदि किसी को किडनी या यूरिनरी ट्रैक की समस्या हैतो उसे आमतौर पर रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ पसलियों के नीचे दर्द होगा.’

पीठ के निचले हिस्से में दर्द
उम्र बढ़ने के साथ पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस होने वाले सबसे आम है जो मसल्स में खिंचाव या स्लिप्ड डिस्क का संकेत हो सकता है. अगर किसी को पीठ के निचले हिस्से में दर्द है, तो यह हर्नियेटेड डिस्क तक हो सकता है. ‘पीठ के मसल्स खिंचने से पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है. इससे खड़े होने या झुकने जैसी स्थिति में दर्द होता है. यह दर्द किसी दर्घटना के कारण और भी तेज हो सकता है.खराब स्थिति में चलना, पीठ के मसल्स, टेंडन और लिगामेंट में ऐंठन से दर्द और भी बढ़ जाता है. कुछ मामलों में पीठ के निचले हिस्से में दर्द कुछ प्रकार के कैंसर का संकेत भी हो सकता है, जिसमें स्पाइनल ट्यूमर, फेफड़ों का कैंसर, स्तन कैंसर, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर और ब्लड कैंसर शामिल हैं।

रीढ़ की हड्डी में दर्द
रीढ़ की हड्डी में दर्द स्वयं स्पाइनल स्टेनोसिस सहित कई मेडिकल कंडिशन का संकेत हो सकता है. ‘स्पाइनल स्टेनोसिस तब होता है, जब आपकी पीठ के निचले हिस्से में स्पाइनल कैनाल संकरी हो जाती है. यह रीढ़ की हड्डी या रीढ़ की हड्डी से आपके मसल्स तक जाने वाली नसों पर दबाव डालती है जिससे दर् महसूस होता है. स्पाइनल स्टेनोसिस आपकी रीढ़ की हड्डी पर कहीं भी हो सकता है लेकिन पीठ के निचले हिस्से में सबसे आम है.’ क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, यह स्थिति आमतौर पर रीढ़ की हड्डी में ‘घिसाव और टूट-फूट’ के कारण होती है. स्टेनोसिस के एक दुर्लभ प्रकार का कॉडा इक्विना सिंड्रोम है, जिसके कारण पीठ के निचले हिस्से की सभी नसें अचानक गंभीर रूप से सिकुड़ जाती हैं जिससे दोनों तरफ किडनी के आसपास दर्द हो सकता है. यह स्थिति पेशाब शुरू करने में भी कठिनाई पैदा कर सकती है. इसका दर्द पीठ के निचले हिस्से और गर्दन में महसूस होता है.

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