धनबाद : सरकारी व्यवस्था की लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला की जान चली गई. गर्भवती महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे रांची के रिम्स रेफर किया गया था. महिला को झारखंड सरकार द्वारा संचालित 108 एंबुलेंस से ले जाया जा रहा था. लेकिन बीच रास्ते में ही एंबुलेंस खराब हो गई. मरीज के परिजन घंटों तक दूसरी गाड़ी का इंतजार करते रहे, लेकिन दूसरी गाड़ी की व्यवस्था नहीं हो सकी. इसी बीच महिला ने दम तोड़ दिया

राज्य में जिले को पिछले माह नई-नई चमचमाती 108 एंबुलेंस राज्य सरकार ने दी. नई एजेंसी को कार्यभार भी सौप दिया गया, लेकिन सड़क पर उतरते ही एंबुलेंस खराब होने लगा है. शुक्रवार 15 सितंबर को 108 एंबुलेंस खराब होने की वजह से एक गर्भवती की मौत हो गई. घटना महुदा थाना क्षेत्र मछियारा की है, जहां एक गर्भवती को रिम्स रांची ले जाते समय एंबुलेंस ब्रेक डाउन हो गया.

मृत गर्भवती के पति ने बताया कि वे लोग गिरिडीह जिला के चरघरा गांव के निवासी हैं. उनकी पत्नी 7 माह दस दिन की गर्भवती थी. तेज दर्द उठने पर धनबाद एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया था. अचानक शुक्रवार को उसकी पत्नी शांति देवी की तबीयत बिगड़ने लगी. उसके शरीर में झटका आने लगा था. साथ ही हाथ और मुंह टेढ़ा होने लगा था. चिकित्सक ने रांची रेफर कर दिया.

दूसरा एंबुलेंस नहीं पहुंच सका, चली गई जान

समय पर 108 एंबुलेंस तो मिल गया, लेकिन 108 एम्बुलेंस ही उसकी मौत की वजह बन गया. महुदा थाना क्षेत्र में एंबुलेंस खराब हो जाने से समय पर उसे रांची रिम्स नहीं पहुंचा सका. कोई दूसरा साधन भी नहीं था. 108 एंबुलेंस संचालक ने दूसरे 108 एंबुलेंस चालक से संपर्क किया, लेकिन एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच सका. रास्ते पर खड़े एंबुलेंस में गर्भवती महिला तड़पती रही और आखिरकार उसकी मौत हो गई. बदहाल व्यवस्था की वजह से जच्चा और बच्चा ने अपनी जान गंवा दी.

इस घटना के बाद से झारखंड की सरकारी व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. मरीज की जान बचाने की जिम्मेदारी जिन कंधों पर है, उन्हीं की लापरवाही के कारण महिला की जान चली गई. महिला के साथ ही महिला के गर्भ में पलने वाला शिशु जन्म भी नहीं ले सका.

बता दें कि गिरिडीह जिले के चरघरा के रहने वाले धीरेंद्र यादव की 20 वर्षीय पत्नी शांति कुमारी आठ महीने की गर्भवती थीं. परिजनों ने उन्हें 12 सितंबर को धनबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां उनकी स्थिति को देखते हुए शुक्रवार को डॉक्टरों ने उन्हें रांची रिम्स रेफर कर दिया. जिसके बाद मरीज के परिजन उन्हें झारखंड सरकार की 108 डायल सेवा एंबुलेंस संख्या 0823 एमपी 8403बी से रांची रिम्स ले जा रहे थे. इस दौरान महुदा के मछियारा में एंबुलेंस अचानक खराब हो गई और महिला की मौत हो गई.

इस पूरे मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉक्टर चंद्रभानु प्रतापन ने कहा कि 108 एंबुलेंस एजेंसी के द्वारा चलाई जाती है. इस घटना के लिए किस पर कार्रवाई करनी है. इसके लिए हमें जांच पड़ताल करनी पड़ेगी. किन शर्तों पर एजेंसी को एंबुलेंस की व्यवस्था सुचारू ढंग से चलने के लिए दी गई है, यह जांच पड़ताल के बाद ही साफ हो सकेगा

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