Sex addiction can be dangerous: सेक्स (Sex) शरीर की जरूरत है। सेक्स पौरुषता का भी परिचायक है, लेकिन सेक्स की लत ना सिर्फ बीमार बनाती है, बल्कि कई कई बार तो ये जानलेवा भी बन जाता है। आज सेक्स की ज्यादा तलब भी गंभीर रूप ले चुका है। हालात की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे मनोरोग की श्रेणी में रख दिया है। दुनिया में बलात्कार (Rape) , यौन शोषण (Sexual Assault) के बढ़ते मामलों और कम उम्र के बच्चों के भी इसके शिकार होने के कारण वाकई स्थिति चिंताजनक ही कही जाएगी।

सेक्स एडिक्शन  (Sex Addiction) दिमाग की सोचने की क्षमता को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है और शिकार व्यक्ति को दिन-रात और कुछ सूझता ही नहीं. यह मनोरोग है, जिसका इलाज कराना जरूरी है। किसी भी अन्य व्यसन की तरह सेक्स एडिक्शन मरीज की सोच को प्रभावित करता है। वह परिणामों की चिंता किए बगैर यह सोचता है कि अगली बार और कैसे ज्यादा आनंद लिया जा सकता है। यह बात ध्यान रखिए कि सेक्स और हस्तमैथुन दोनों ही स्वस्थ होते हैं, लेकिन सेक्स एडिक्शन (Sex Addiction) के मरीज इसे चरम पर ले जाते हैं, जहां वह उसकी खुशी और स्वास्थ्य पर ही नकारात्मक असर डालने लगता है।

सेक्स एडिक्शन के लक्षण- किसी भी लत की तरह सेक्स की लत भी व्यक्ति के दिमाग पर हावी हो जाती है. हेल्थ एक्सपर्ट सेक्स को सेहत के लिए हेल्दी मानते हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा ये शारीरिक और मानसिक सेहत को नुकसान पहुंचाता है. सेक्स एडिक्शन होने पर व्यक्ति हर समय सिर्फ सेक्स के बारे में ही सोचता है. ऐसे लोग इसके गंभीर नतीजे जानने के बाद भी हमेशा किसी ना किस सेक्सुअल एक्टिविटी में लगे रहते हैं. ये लोग सेक्स की लत की वजह से अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनों खराब कर लेते हैं.

 जिन लोगों को सेक्स की लत होती है, उनके एक साथ कई लोगों से संबंध होते हैं. ये लोग अपने पार्टनर से किसी तरह का भावनात्मक लगाव नहीं रखते हैं. कई सेक्स एडिक्टेड नियमित रूप से सेक्स वर्कर्स के पास भी जाते हैं. अपने रोजमर्रा के काम के साथ ये साइबर सेक्स, पोर्नोग्राफी में भी लिप्त रहते हैं. सेक्स एडिक्शन वाले लोग अनसेफ सेक्स का भी खतरा मोल लेते हैं. ऐसे लोगों को यौन संबंध से भावनात्मक संतुष्टि नहीं मिलती है और सेक्सुअल एक्टिविटी के बाद कई बार ये अपराधबोध महसूस करते हैं.

 सेक्स एडिक्शन के कारण- सेक्स की लत कैसे लग जाती है, इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है लेकिन कई तरह की मानसिक स्थितियां इसके पीछे जिम्मेदार मानी जाती हैं. जैसे कि डिप्रेशन, अकेलापन या फिर एक तरह की उदासी कई लोगों को सेक्सुअल बिहेवियर की तरफ ले जाती है. ऐसे लोगों में सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज होने का खतरा ज्यादा होता है.सेक्स एडिक्ट लोग अपने पार्टनर को सिर्फ सेक्स का जरिया समझते हैं और पार्टनर से किसी भी तरह का इमोशनल अटैच नहीं रखते।

सेक्स एडिक्ट लोगों के लक्षणों में शामिल हैं –

  • ज्यादातर समय सेक्स के बारे में सोचते रहना।
  • एक से अधिक सेक्सुअल पार्टनर रखना।
  • एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर रखना।
  • पोनोग्राफिक मूवीज ज्यादा देखना।
  • साइबर सेक्स और फ़ोन सेक्स में जरूरत से ज्यादा दिलचस्पी दिखाना।
  • सेक्स वर्कर के साथ सेक्सुअल संबंध बनाना।
  • दिन में 10-15 बार मैस्टरबेशन करना।
  • सेक्स एडिक्शन के आदि कुछ लोग यौन उत्पीड़न यानी कि रेप भी करते हैं।
  • सेक्स के चक्कर में काम, परिवार और अन्य जिम्मेदारियों को नजरअंदाज करना।
  • हेल्थ संबंधित प्रॉब्लम्स होने पर भी सेक्स करना।

कारण:
सेक्स एडिक्शन के लिए बहुत-सी चीजें जिम्मेदार हो सकती हैं, जैसे – मानसिक और भावनात्मक परेशानियां, बचपन में परिवार में यौन उत्पीड़न, पर्सनैलिटी डिसऑर्डर, समय से पहले सेक्स एक्सपोजर, चाइल्डहुड ट्रॉमा, ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर और टेंशन आदि। इसके अलावा कुछ मेडिसिन के सेवन से भी हाइपर सेक्सुअलिटी की समस्या भी हो सकती है। सेक्स एडिक्शन की समस्या उन लोगों को भी हो सकती है, जिन्हें डिप्रेशन या अन्य किसी तरह की मानसिक बीमारी हो।

प्रभाव:

  • सेक्स एडिक्शन व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति, सामाजिक रुतबा, यहां तक कि कामकाज को भी प्रभावित करता है। ऐसे व्यक्ति अपनी यौन इच्छाओं पर काबू रखकर काम पर ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ होते हैं। फलस्वरूप इनकी तार्किक शक्ति भी धीरे-धीरे कम होने लगती हैं। मानसिक अस्थिरता बढ़ने के कारण ऐसे व्यक्ति के डिप्रेशन में जाने या आत्महत्या के विचार आने तक की भी आशंका रहती है।
  • सेक्स ड्राइव को लेकर पार्टनर के साथ मनमुटाव होना, एक कॉमन बात है। सेक्स एडिक्शन का प्रभाव इनकी पर्सनल लाइफ के साथ-साथ प्रोफेशनल लाइफ पर भी पड़ता है। पर्सनल लाइफ में पार्टनर और दोस्तों के साथ रिश्ता खराब होना, समाज और परिवार से कटा-कटा रहना, एक से ज्यादा सेक्सुअल पार्टनर रखना और प्रोफेशनल लाइफ में काम में ध्यान न देना, कलीग्स के साथ मतभेद होना, समय पर ऑफिस न पहुंचना, इनकी सामान्य समस्याएं हैं।

इलाज:

  • सेक्स एडिक्शन जैसी गंभीर समस्या के इलाज के लिए विशेषज्ञ की मदद लेना आवश्यक है। यह एक तरह का मनोरोग है, जिसका इलाज विशेषज्ञों की देख-रेख में ही किया जाना चाहिए। सेक्स एडिक्ट व्यक्ति के इलाज के लिए विभिन्न प्रकार की थेरेपीज की सुविधा उपलब्ध हैं। इनमें ट्वेल्थ स्टेप्स प्रोग्राम, फिजियोथेरेपी और सपोर्ट ग्रुप प्रमुख हैं। इस तरह के ट्रीटमेंट का प्रमुख उद्देश्य व्यक्ति को सेक्स संबंध स्थापित करने से रोकना नहीं है, बल्कि उसे हेल्दी रिलेशनशिप और पार्टनर की सहमति और स्वीकृति से सेक्स के लिए प्रेरित करना है।
  • एक्सपर्ट्स की राय में सेक्स एडिक्ट व्यक्ति के पार्टनर को भी कॉउंसलिंग करवानी चाहिए। ट्रीटमेंट के साथ ही मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट से भी सलाह लेनी जरूरी है। क्योंकि सेक्स एडिक्ट लोगों को कई तरह की मानसिक बीमारियां, जैसे- डिप्रेशन, सिजोफ्रेनिया आदि होने का भी खतरा रहता है।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...