दुर्गापुर: डॉ. बी. सी रॉय इंजिनियरिंग कॉलेज दुर्गापुर में थर्ड ईयर के दलित छात्र सौरभ कुमार की हुई मौत के मामलों को लेकर भाकपा माले, आइसा और आरवाईए की संयुक्त चार सदस्य जांच टीम मृतक छात्र सौरभ कुमार के परिजनों से मिले और मिलकर पूरे मामले का जांच पड़ताल किया।
जांच टीम ने कहा कि दलित छात्र सौरभ कुमार की आत्महत्या नहीं हत्या है कॉलेज प्रशाशन ने सौरभ कुमार के पिता एवं उनके परिजनों को दो दिनों तक इधर से उधर करवाते रहा और बरगलाने का काम किया उससे झूठ बोला कि सौरभ हॉस्टल नहीं आया है। कॉलेज प्रशासन ने सौरभ के परिजनों से थाने में लापता होने की खबर लिखवाई, उसके कुछ देर बाद कहा कि आपका बेटा का मौत हो गया है। हॉस्टल के एक रुम में उनका डेड बॉडी मिला और बाहर से ताला लगा हुआ था।
कॉलेज प्रशाशन ने सौरभ के पिता को मृत शरीर को भी जल्दी देखने नहीं दिया। पोस्टमार्ट के समय भी झूठा सूचना दिया की दुर्गापुर हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम किया जा रहा है जबकि पोस्टमार्टम आसनसोल में कराया गया।
छात्र सौरभ कुमार के परिजनों ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन डेड बॉडी को भी गायब कर देते अगर हमलोग सक्रिय नहीं रहते ।
जांच टीम ने संयुक्त रूप से प्रेस बयान जारी करते हुए राज्य सरकार से मांग करते हैं कि दलित छात्र सौरभ कुमार की हत्या की घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराएं, कॉलेज प्रशासन पर दलित छात्र सौरभ कुमार की हत्या का मुकदमा दर्ज कर करवाई करें।
परिवार के परिजनों को मुआवजा और नौकरी दो। की मांग को लेकर मृतक छात्र सौरभ कुमार के परिजन और जांच टीम के नेता जिलाधिकारी भागलपुर से मिलकर इस पूरे घटना से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपेगा।
जांच टीम में भाकपा माले के जिला कमिटी सदस्य रणधीर यादव, आरवाईए राज्य सह सचिव सह भाकपा माले के जिला कमिटी सदस्य गौरीशंकर राय, आइसा के राष्ट्रीय कर्यकारणी सदस्य प्रवीन कुशवाहा एवं हेमंत कुमार प्रमुख रुप से शामिल थे।