रांची । जिले के स्वास्थ्य विभाग पर एक कलंक कर्मचारी की हरकत से लगा है। ओरमांझी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत नर्सों और महिला कर्मियों ने प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक प्रमोद कुमार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। महिलाओं ने एनएचएम निदेशक से भी इसकी शिकायत की है। महिलाओं ने सामूहिक तौर पर लिखित शिकायत में बताया कि प्रमोद कुमार अक्सर शराब पीकर आते हैं और महिला कर्मियों से छेड़खानी और अभद्र टीका-टिप्पणी करते हैं। इसके अलावा उन्होंने शिकायत में कहा है कि मातृत्व अवकाश, प्रोत्साहन राशि और मानदेय के भुगतान के लिए पैसे की मांग करते हैं। उन्होंने मांग की है कि सीएचसी में महिलाओं के काम करने का माहौल स्थापित किया जाए और बीपीएम पर कार्रवाई की मांग की है। काफी दिनों से इस हरकत की नजर अंदाज करने के वावजूद जब पानी सर की ऊपर बहने लगा तो महिला कर्मचारी को इसकी शिकायत करनी पड़ी।

प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए भी लेते हैं पैसे

छह मार्च को बीपीएम की ओर से पीबीआई और टीबीआई की प्रोत्साहन राशि का भुगतान कराया गया था। उसके कुछ दिन बाद कुछ एएनएम को गलत भुगतान हो जाने की बात कहकर पैसे अकाउंट में वापस मंगा लिए । वीणा कुमारी से 3000, प्रभा कुमारी से दस हजार, ममता कुमारी से पंद्रह हजार, संध्या कुमारी से दस हजार, सबनम दांग से छह हजार और आशा गाड़ी से दस हजार मातृत्व अवकाश के भुगतान के एवज में पैसे लिए गए हैं। उन्होंने शिकायत के साथ भुगतान का स्क्रीनशॉट भी संलग्न किया है।

जांच के लिए प्रभारी ने किया पांच सदस्यीय कमेटी का गठन

नर्सों और महिला कर्मियों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार की शिकायत के बाद इसकी जांच को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। कमिटी में प्रखंड प्रमुख, प्रखंड उपप्रमुख, डॉ मन डॉ दमयंती कच्छप और रूबी अनुपमा सोरेन शामिल हैं। कमिटी की बैठक 29 अप्रैल को निर्धारित की गई है। उसी दिन नर्सों और महिला कर्मियों को भी उपस्थित रहने को कहा गया है।

क्या कहते हैं BPM प्रमोद कुमार

बायोमिट्रिक एटेंडेंस बनाने को लेकर कुछ कहासुनी हुई थी। उसी में जब एटेंडेंस बनाने को कहा, वे तैयार नहीं हुईं। उसके बाद ही मेरे ऊपर झूठा आरोप लगाया गया है।

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