रांची: झारखंड की राजधानी रांची में पिछले साल हुए दंगा मामले में 11 लोगों पर मुकदमा चलाने की मंजूरी सरकार से मांगी गयी है। सीआईडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 11 लोगों के खिलाफ दंगा भड़काने के साक्ष्य मिले हैं। इसके लिए रांची के उपायुक्त ने गृह सचिव के पास एक प्रस्ताव भेज दिया है। प्रस्ताव में जिन लोगों के खिलाफ केस चलाने की अनुमति मांगी गयी है, उनके नाम प्राथमिकी अभियुक्त मो साबिर अंसारी, मो सरफराज, तबारक कुरैशी, मो शहबाज, मो उस्मान उर्फ करण, मो अफसर के अलावा अप्राथमिकी अभियुक्त मो अरमान हुसैन, मो रमजान, मो अमजद, मो माज और मो इरफान अंसारी हैं।
ये है मामला….
पिछले साल 10 जून को रांची में अचानक दंगा भड़क उठा था. एकाएक भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर थी। पत्थरबाजी में पुलिसकर्मियों समेत 50 से अधिक लोग घायल हो गये थे। हिंसा में घायल हुए मोहम्मद कैफ और मोहम्मद शाहिल की मौत हो गयी थी। उस दिन रांची के तत्कालीन एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा और सिटी एसपी अंशुमान को उपद्रवियों ने घेर लिया। उनके साथ धक्का-मुक्की भी की।
इतना ही नहीं, उपद्रवियों ने फायरिंग भी कर दी थी. धनबाद के गोविंदपुर स्थित जैप-3 के सिपाही अखिलेश कुमार (35) के एक सिपाही के पैर में गोली लगी थी।