DC got the main gate of the collectorate closed, the workers kept getting wet in the rain, the gate did not open

गिरिडीह। इस ठंड के मौसम में यदि अपने कार्यालय के बाहर बारिश में भींगना पड़े तो अंदाजा लगाया जा सकता है की स्थिति कितनी कष्टदायक होगी।ऐसा ही एक मामला गिरिडीह जिले का है जब डीसी ने कार्यालय के दोनों गेट को बंद कर कार्यालय के कर्मियों को बारिश में भीगने दिया।

दिन मंगलवार 13 फरवरी समाहरणालय में काम करने वाले कर्मचारीयों के लिए यादगार सबब बन गया। कार्यालय पहुंचे कर्मचारी उस समय अचंभित रह गए जब ड्यूटी के लिए पहुंचने पर कर्मियों ने समाहरणालय का दोनों मुख्य गेट बंद पाया, बताया गया कि डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश पर मेन गेट में ताला लगाया गया है. इसके कारण कई कर्मी काफी देर तक गेट के बाहर खड़े नजर आए. इस बीच मूसलाधार बारिश भी शुरू हो गई जिसके कारण कई कई कर्मी बारिश में भींगते रहे लेकिन समाहरणालय का गेट नहीं खुला.

गेट को क्यों बंद किया गया, यह किसी कर्मी को पता नहीं चला. लिहाजा, सारे कर्मी इस दौरान दो घंटे तक बाहर ही रहे.मामले को लेकर बताया जा रहा है कि मंगलवार को डीसी नमन प्रियेश लकड़ा को एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होना था. लिहाजा, वो जल्दी आ गए. इसी बैठक में कुछ और कर्मियों को भी शामिल होना था लेकिन वह कर्मी समय से नहीं पहुंचे.

क्यों नाराज हुए डीसी

इस दौरान डीसी जब अपने कार्यालय में जाने के लिए पहले तल्ले पर पहुंचे तो उन्होंने अपने चैंबर को भी बंद पाया, जिसे देख वह बेहद नाराज नजर आए. हालांकि चैंबर के बाहर ड्यूटी में तैनात कुछ कर्मी वहां मौजूद थे लेकिन डीसी का चैंबर बंद होने की बात सामने आई और इसी गुस्से में डीसी ने समाहरणालय के गेट मेन को दोनो गेट बंद करने का निर्देश दिया. दो घंटे बाद गेट खुला तो इसके बाद ही कर्मी अंदर आ सके. कहा जा रहा है कि बैठक लोकसभा चुनाव को लेकर होनी थी.

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