बर्मिंघम: साक्षी मलिक ने 62 किग्रा वर्ग फ्रीस्टाइल के फाइनल मुकाबलें में कनाडा की एना गोडिनेज गोंजालेज को चित्त कर (Victory by fall) गोल्ड मेडल अपने नाम किया। कॉमनवेल्थ गेम्स में साक्षी का यह तीसरा मेडल है।

इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में कैमरून की एटेन नोगोले और इरीन स्येमेनईदिस को 10 – 0 से शिकस्त देकर फाइनल तक का सफर तय किया था।

आपको बता दे, रियो ओलंपिक 2016 में ब्रान्ज मेडल जीत युवा भारतीय महिला पहलवानों की आदर्श बनने वाली साक्षी मलिक का जन्म 1992 में हरियाणा के रोहतक में हुआ। अपने दादा सुबीर मलिक से प्रेरित होकर केवल 12 वर्ष की उम्र में रेसलिंग की शुरुआत करने वाली साक्षी ने साल 2009 में एशियाई जूनियर विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर अपने कुश्ती करियर का शानदार आगाज किया। साक्षी इससे पहले साल 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर और 2018 में ब्रान्ज मेडल भी अपने नाम कर चुकी है।

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