चतरा: भाकपा माओवादी का एरिया कमांडर कमलेश यादव ने बुधवार को आत्मसमर्पण कर दिया। प्रतापपुर थाना क्षेत्र के चरका गांव निवासी शंकर यादव का पुत्र कमलेश यादव चतरा के अलावा लातेहार और पलामू जिले में आतंक मचा रखा था। इसके खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या मुठभेड़ अपहरण जैसे कम से कम 8 मामले दर्ज है। जिसमें तीन मामले प्रतापपुर व मनातू थाने में तथा दो मामले को थाने में दर्ज है। सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर कमलेश ने सरेंडर किया।

उपायुक्त अबु इमरान पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन एवं सीआरपीएफ 190वीं बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार की उपस्थिति में आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण के पश्चात डीसी और एसपी ने आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत तुरंत 1 लाख का अनुदानित चेक सौंपा। मौके पर कमलेश की पत्नी भी उपस्थित थी।

करीब 2 माह पूर्व प्रतापपुर थाना क्षेत्र में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शीर्ष नक्सली मनोहर गंजू के साथ वह शामिल था। मुठभेड़ में सीआरपीएफ 190वीं बटालियन का एक जवान चितरंजन कुमार बलिदानी हुए थे।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कमलेश करीब दो दशक से संगठन में सक्रिय था। प्रतापपुर मुठभेड़ के बाद उसने स्वयं को आत्मसमर्पण करने का मन बनाया और 30 नवंबर को सरेंडर किया। एसपी ने कहा कि उग्रवाद संगठनों के पास एकमात्र विकल्प आत्मसमर्पण है। आत्मसमर्पण करने वालों के लिए जिला प्रशासन का द्वार सदा खुला हुआ है। यदि वे सरेंडर नहीं करेंगे तो पुलिस की गोलियों से मारे जाएंगे।

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