Teaching in tribal language in schools of Jharkhand: मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन आज उच्चाधिकारियों की बड़ी बैठक ली। इस दौरान अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग मंत्री दीपक बरुआ भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया है कि स्कूलों में जनजातीय भाषाओं में बढ़ाई जल्द से जल्द शुरू होनी चाहिये। बैठक के दौरान झारखंड की समृद्ध जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं के संवर्धन तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रमों में जनजातीय भाषा की पढ़ाई प्रारंभ करने हेतु अधिकारियों ने कार्ययोजना की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने इस दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक से पांचवीं वर्ग के पाठ्यक्रमों में यहां की समृद्ध जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल कर इन भाषाओं की पढ़ाई शीघ्र प्रारंभ की जाये। माना जा रहा कि नये शैक्षणिक सत्र से इसकी शुरुआत हो जायेगी। जनजातीय विषय आधारित शिक्षकों की भर्ती के संदर्भ में भी अधकारियों से चर्चा की गयी है।

मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने अधिकारियों से कहा कि राज्य की जनजातीय भाषा एवं क्षेत्रीय भाषाओं का संवर्धन और विकास उनकी सरकार की प्राथमिकता में है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यथाशीघ्र जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं के घंटी आधारित विशेषज्ञ शिक्षकों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया पूरी की जाए, ताकि प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई प्रारंभ की जा सकें।

आपको बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने 27 फरवरी को भी इसी तरह से बैठक ली थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि जनजातीय भाषा की पढ़ाई के लिए संताली, हो, कुड़ुख, खड़िया, मुंडारी सहित सभी जनजातीय भाषाओं के विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति जल्द करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रारंभिक कक्षाओं से ही जनजातीय भाषा की पढ़ाई शुरू हो सके इस लिए सभी तैयारियां जल्द करें।

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