रांची: झारखंड में आंगनबाड़ी सहायिका-सेविका की बल्ले-बल्ले हो गयी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का मानदेय बढ़ाने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं के लिए आज तक राज्य में नियमावली नहीं बनी थी. आप सभी के मांगों के अनुरूप नई नियमावली के तहत अब आंगनबाड़ी सेविकाओं को 9500 रुपये एवं आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 4750 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा.

नई नियमावली के तहत मानदेय को लेकर आंगनवाड़ी सेविकाओं के प्रतिमाह केंद्र सरकार की ओर से 2700 रुपये एवं राज्य सरकार की ओर से 6800 रुपये की साझेदारी का प्रावधान है। इस तरह से आंगनवाड़ी सेविकाओं को अब हर महीने 9700 रुपये मिलेंगे, वहीं, आंगनबाड़ी सहायिकाओं को केंद्र सरकार की ओर से 1350 रुपये एवं राज्य सरकार की ओर से 3400 रुपये की साझेदारी का प्रावधान किया जा रहा है। इस फैसले के बाद आंगनबाड़ी सहायिका-सेविका की वर्षों पुरानी मांग पूरी हो गयी है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया कि कार्यरत सेविका एवं सहायिकाओं को भी क्रमशः 9500 रुपये तथा 4750 रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा। इसमें लघु आंगनबाड़ी सेविकाओं को केंद्र सरकार की ओर से 2100 एवं राज्य सरकार की ओर से 7400 रुपए भुगतान की हिस्सेदारी के साथ 9500 रुपये प्रतिमाह मानदेय भुगतान किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई नियमावली के तहत राज्य सरकार सभी आंगनबाड़ी कर्मियों का भविष्य निधि खाता खोलते हुए मानदेय का 6% राशि अलग से जमा कराएगी। कहा कि अब आंगनबाड़ी कर्मियों को भी अनुकंपा का लाभ दिए जाने का प्रावधान किया जा रहा है।

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