रांची। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन बुधवार को खेलगांव में आयोजित सर्वजन पेंशन योजना के लाभुकों को प्रथम किस्त का भुगतान एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सम्मान समारोह में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ी घोषणा करते हुए राज्य में कार्यरत करीब 76 हजार आंगनबाड़ी सहायिका एवं सेविका को मिला सम्मान। आंगनबाड़ी सहायिका के मानदेय में 4,750 एवं सेविका के मानदेय में ₹9,500 की वृद्धि की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार गठन के बाद सभी को पेंशन देने का कार्य सर्वजन पेंशन योजना के तहत हुआ। अब SC/ST और महिलाओं को 60 वर्ष की उम्र की जगह 50 वर्ष की उम्र में पेंशन दिया जा रहा है। इसका शुभारंभ हुआ। अबतक 01 लाख 58 हजार 600 लाभुकों को योजना के तहत पेंशन की राशि प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजना में नहीं होगी चूक। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत किशोरियों को आवेदन समर्पित करने हेतु वेब पोर्टल का लोर्कापण हुआ। योजना के तहत अबतक करीब 07 लाख किशोरियों के बीच सहयोग राशि का वितरण। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से सभी किशोरियों को जोड़ा जाएगा। किशोरियों को शिक्षा में आर्थिक सहायता प्रदान करना सरकार का लक्ष्य है। अबतक करीब 07 लाख किशोरियों को योजना से जोड़ा जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र में अच्छी व्यवस्था देने जा रहें हैं ताकि झारखण्ड के नौनिहालों में आंगनबाड़ी आने में उत्साह बढ़े। कुपोषण दूर करने को लेकर सरकार गंभीर है। बच्चों को पौष्टिक आहार मिले, इसके लिए कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को संवारने की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जल-जंगल -जमीन के रक्षकों और झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में बलिदान देने वाले अपने पूर्वजों के सपनों का झारखंड बना रहे हैं। यहां के आदिवासियों- मूलवासियों की अस्मिता को बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।