नयी दिल्ली। देश भर से 2000 के नोट बैंकों के जरिए वापस लिए जा रहे हैं। रिजर्व बैंक ने 2000 के नोटों का प्रचलन बंद कर दिया है। यह नोटबंदी का दूसरा चरण है। दूसरे चरण में 2000 के नोटों को बंद करने के फैसले के बाद एक से एक चौंकाने वाली खबरें सामने आ रही हैं।आरबीआई की ओर से मंगलवार को कहा गया कि 2000 रुपये के 88 प्रतिशत नोट वापस आ चुके हैं और इनकी वैल्यू 3.14 लाख करोड़ रुपये है। केंद्रीय बैंक द्वारा 2000 रुपये के नोट वापस लेने का फैसला मई में किया गया था।

साथ ही लोगों को 30 सितंबर तक का समय दिया गया है, जिसमें लोग अपने पास मौजूद 2000 के नोट बैंक जाकर बदल सकते हैं।केंद्रीय बैंक ने अपने बयान में कहा कि 31 जुलाई तक 0.42 लाख करोड़ रुपये के नोट सर्कुलेशन में थे। आरबीआई के मुताबिक, नोट वापस लिए जाने वाले फैसले के एलान के दिन यानी 19 मई, 2023 को 3.56 लाख करोड़ रुपये के नोट सर्कुलेशन में थे। आरबीआई ने बताया गया कि जितने भी 2000 रुपये के नोट वापस आए हैं। उसमें से 87 प्रतिशत नोट जमा के रूप में है, जबकि 13 प्रतिशत नोट बैंक से एक्सचेंज के रूप में है।

वित्त मंत्रालय ने 2000 रुपये के नोट बैंकों में जमा होने संबंधी आंकड़ा ताजा रिपोर्ट में जारी किया है. मंत्रालय के अनुसार बैंकों में 77 फीसदी के करीब 2000 रुपये के नोट जमा हो चुके हैं. अब यह नोट मार्केट में 23 फीसदी से भी कम बचे हैं. बताया गया कि 40 फीसदी से ज्यादा 2000 रुपये के नोट दूसरे मूल्यवर्ग के नोट में बदलकर मार्केट में आ गए हैं.

जब 19 मई 2023 आरबीआई ने 2000 का नोट चलन से वापस लेने का फैसला किया था तब के आंकड़े बताते हैं कि मार्च 2018 तक 6.73 लाख करोड़ रुपये के नोट सर्कुलेशन में थे, कुल नोटों में 2000 रुपये के नोटों की हिस्सेदारी 37.3% थी. 31 मार्च 2023 तक यह संख्या घटकर 3.62 लाख करोड़ रुपये रह गया था. इसमें से 1.8 लाख करोड़ से अधिक रकम वापस आ गई है.

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