पटना। 2000 रूपये के नोट को लेकर एक चौकाने वाली जानकारी आ रही है। बिहार-झारखंड से बड़ी तेजी से 2000 के नोट गायब हो रहे हैं। ना तो ये नोट बाजार में मौजूद हैं और ना ही बैंक में…ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि बाजार और बैंक में नहीं तो क्या 2000 के नोट भ्रष्टाचार की तिजोरी में कैद हो गये हैं? ऐसा इसलिए भी शक है क्योंकि हाल के दिनों में भ्रष्टाचारियों के तहखाने से नोटों के जो बंडल बरामद हो रहे हैं, वो ज्यादातर 2000 रूपये के हैं। रिजर्व बैंक ने बिहार-झारखंड के लिए 90,000 करोड़ के कुल 45 करोड़ नोट जारी किये थे।

जानकारी के मुताबिक 2021-22 में लगभग 4000 करोड़ मूल्य के 2 करोड़ नोट ही चलन में हैं। मतलब 90 फीसदी से ज्यादा 2000 के नोट गायब हो गये हैं। ये नोट या तो बिहार-झारखंड के बाहर चले गये हैं या फिर भ्रष्टाचार की तिजौरी में कैद होकर कालाधन बन गये हैं। हाल के दिनों में जहां-जहां भ्रष्टाचार के मामले मे छापेमारी हुई है, वहां ज्यादातर नोटों के बंडल 2000 रूपये के थे।

IAS के ठिकानों पर जब पिछले दिनों छापेमारी हुई थी, तो उस दौरान भी 2000 के 23 बंडल मिले मिले थे। वहीं श्रम विभाग के अधिकारी के ठिकानों से भी 2000 के 24 बंडल मिले थे। मतलब बड़े नोट की वजह से भ्रष्टाचारियों की पहली पसंद 2000 रुपये होते हैं, लिहाजा बाजार और बैंकों से निकलकर 2000 के नोट कालाधन बन गये हैं।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...