Health Department got the Principal Secretary, Ajay Kumar Singh (IAS)

रांची। 18 दिनों तक प्रधान सचिव विहीन रहने वाले स्वास्थ्य विभाग में आखिरकार सरकार ने प्रधान सचिव की नियुक्ति कर दी। मालूम हो की 16 जनवरी को स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने लेटर पैड पर अपने स्तर से ही प्रधान सचिव के पद पर आलोक त्रिवेदी की नियुक्ति की थी, जिसका विपक्ष ने जोरदार विरोध किया था।

विपक्षी विधायक सरयू राय ने साफ तौर पर यह कहा था कि प्रधान सचिव की नियुक्ति का अधिकार सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री का है ना कि विभागीय मंत्री का। तदर्थ नियुक्ति के तहत महज 30 दिन की वैकल्पिक व्यवस्था का मुख्य सचिव को ये अधिकार प्राप्त है। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री के जारी आदेश को गलत ठहराते हुए तत्काल रद्द करने की मांग की थी। सूत्र बताते हैं की इस की शिकायत कांग्रेस पार्टी के प्रभारी तक कर दी गई थी।

कार्मिक विभाग ने अधिसूचना जारी करते हुए अजय कुमार सिंह को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अजय कुमार सिंह इसके पहले वित्त विभाग के सचिव का पद संभाल चुके हैं और वर्तमान में ग्रामीण कार्य विभाग के प्रधान सचिव के पद पर पदस्थापित हैं।

मालूम हो की 31 दिसंबर 2023 को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के पद पर अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के सेवानिवृत्ति के बाद ये पद रिक्त था। जिसके बाद नीतिगत फैसले सहित अन्य फाइलों का काम संभव नहीं हो पा रहा था। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री से अभियान निदेशक आलोक त्रिवेदी को अगले आदेश तक प्रधान सचिव पद की जिम्मेदारी दी थी।

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