रांची: 13 March 2023 panchang: किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त, शुभ समय, अशुभ समय का विशेष ध्यान रखा जाता है ताकि कार्य शुभ हो। अगर आप पंचांग देखकर शुभ कार्य को करते हैं तो आपका कार्य बिना किसी कठिनाई के संपन्न होगा और फलेगा, सफलता मिलेगी। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आइए जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

सोमवार, 13 मार्च 2023 का पंचांग
वार सोमवार, 13 मार्च 2023
तिथि षष्ठी 09:27 PM तक उसके बाद सप्तमी
नक्षत्र विशाखा 08:21 AM तक उसके बाद अनुराधा
पक्ष कृष्ण पक्ष
माह चैत्र
सूर्योदय 06:10 AM
सूर्यास्त 06:06 PM
चंद्रोदय 11:36 PM
चन्द्रास्त 09:34 AM

Auspicious Timings : आज का शुभ समय जिसमे शुभ मुहूर्त किया जा सकता है। आज दिनांक सोमवार 13 मार्च 2023 का शुभ टाइम। अगर कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो अभिजीत समय में करें। उसके बाद अन्य में कर सकते हैं जब अभिजीत का समय नहीं हो तो।
अभिजीत मुहूर्त 11:44 AM से 12:32 PM
अमृत काल मुहूर्त 09:53 PM से 11:28 PM
विजय मुहूर्त 02:07 PM से 02:55 PM
गोधूलि मुहूर्त 05:54 PM से 06:18 PM
सायाह्न संध्या मुहूर्त 06:06 PM से 07:18 PM
निशिता मुहूर्त 11:43 PM से 12:31 AM, Mar 14
ब्रह्म मुहूर्त 04:33 AM से 05:21 AM
प्रातः संध्या 04:57 AM से 06:10 AM

आज का अशुभ समय शुभ कार्य नहीं किया जा सकता है।
दुष्टमुहूर्त 12:31:43 से 13:19:26 तक, 14:54:52 से 15:42:35 तक
कालवेला / अर्द्धयाम 10:08:34 से 10:56:17 तक
कुलिक 14:54:52 से 15:42:35 तक
यमघण्ट 11:44:00 से 12:31:43 तक
कंटक 08:33:08 से 09:20:51 तक
यमगण्ड 10:38:23 से 12:07:51 तक
राहुकाल 07:39:27 से 09:08:55 तक
गुलिक काल 13:37:20 से 15:06:48 तक
भद्रा 09:27 PM से 06:09 AM, Mar 14
गण्ड मूल कोई नहीं है

विशेष मुहूर्त और योग : कुछ शुभ मुहूर्त होते हैं जैसे सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, गुरुपुष्यामृत और रविपुष्यामृत योग। जब किसी कार्य को करना हो और मुहूर्त उस समय नहीं हो तो इन विशेष योग या महूर्त में शुभ कार्य किया जाता है।

यदि सोमवार के दिन रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा तथा श्रवण नक्षत्र हो तो सर्वार्थसिद्धि योग का निर्माण होता है। शुभ मुहूर्तों में सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त माना जाता है- गुरु-पुष्य योग। यदि गुरुवार को चन्द्रमा पुष्य नक्षत्र में हो तो इससे पूर्ण सिद्धिदायक योग बन जाता है। जब चतुर्दशी सोमवार को और पूर्णिमा या अमावस्या मंगलवार को हो तो सिद्धिदायक मुहूर्त होता है।

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