….पांच दिन बाद असम को उसका मुख्यमंत्री मिल जायेगा, झामुमो ने हिमंता पर किया कटाक्ष, तो भाजपा बोली, पांच दिन बाद आ रहे हैं भगवाधारी
....पांच दिन बाद असम को उसका मुख्यमंत्री मिल जायेगा, झामुमो ने हिमंता पर किया कटाक्ष, तो भाजपा बोली, पांच दिन बाद आ रहे हैं भगवाधारी

रांची। झारखंड में कल मतदान होना है। दूसरे चरण के चुनाव के साथ ही झारखंड का भविष्य EVM में कैद हो जायेगा। 23 को मतगणना होनी है, जिसके बाद पता चल जायेगा, कि झारखंड में सत्ता की कमान किनके हाथों में होगी। इधर चुनाव को लेकर नेताओं में जुबानी जंग खूब चल रही है। इस दौरान सोशल मीडिया पर भी एक दूसरे के खिलाफ खूब कटाक्ष हो रहे हैं।
झारखंड ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा पर कटाक्ष करते हुए झारखंड भाजपा ने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है कि …और पांच दिन…पांच दिन बाद असम को उनका मुख्यमंत्री मिल जायेगा। असम को बधाई।
जवाब में भाजपा ने पलटवार करते हुए सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा कि … और पाँच दिन… पाँच दिन बाद, झारखंड को उसका खोया हुआ अस्तित्व मिल जाएगा…झारखंड को नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा” ।राजतिलक की करो तैयारी, आ रहे हैं भगवाधारी।
हिमंता बिस्वा सरमा ने झारखंड चुनाव में झोंकी ताकत
हिमंता बिस्वा सरमा ने इस चुनाव में जमकर मेहनत की है। असम से ज्यादा वक्त उन्होंने पिछले दो महीने में झारखंड में गुजारा। उन्होंने ने सिर्फ मैराथन चुनाव प्रचार किया, बल्कि कई मौकों पर झारखंड में भाजपा के संकटमोचक भी बने।
चंपाई सोरेन को भाजपा ज्वाइन कराने में हिमंता का ही हाथ था, जबकि निरंजन राय की चुनाव के ठीक पहले भाजपा में वापसी कराकर बाबूलाल मरांडी की मुश्किलों को कम करने के पीछे भी हिमंता की ही रणनीति रही। वो जिस तरह के झारखंड में रमे थे, उसे देखकर चर्चाएं खूब होती थी, कि वो असम के नहीं, बल्कि झारखंड के ही है।
जय श्री राम बोलते हुए लोगों से मिलना…उत्साही युवाओं संग सेल्फी लेना और बड़ी बेबाकी ने अपनी बातों को मीडिया के सामने बोलना, झारखंड में हमेशा चर्चाओं में रहा। भाजपा के पक्ष में अगर झारखंड का परिणाम आता है, तो उसका काफी हद तक श्रेय हिमंता बिस्वा सरमा को जायेगा।
जिस तरह से उन्होंने हेमंत सोरेन सहित पूरे इंडी गठबंधन पर चुनाव के दौरान निशाना साधा, उससे चुनाव प्रचार में और भी गरमी आ गयी। हालांकि कई बार संबोधन में उन्होंने ऐसी बातें भी कही, जिसकी वजह से उन पर FIR भी दर्ज किया गया।