सिमडेगा। “…ये थाना है या बालू-गिट्टी का गोदाम! थाना है तो थाने जैसा दिखना चाहिये..” चाईबासा के मुफस्सिल थाना का हाल देख मुख्यमंत्री का मूड ही बिगड़ गया। थाने के अंदर घुसे ही थे कि मुख्यमंत्री की नजर हाजत पर पड़ गयी, जिसके बाद मुख्यमंत्री और भी नाराज हो गये। यहां हाजत में ही मूत्राशय बना हुआ था, जिसे देखकर मुख्यमंत्री ने पूछ लिया, ये क्या है.. हाजत में ही मूत्रालय बना दिये…मुख्यमंत्री ने तीखी नाराजगी जताते हुए कहा कि आरोपियों को यहां रखा जरूर जाता है, लेकिन इसका मतलब क्या है साफ सफाई नहीं रहेगा क्या?

दरअसल मुख्यमंत्री सोमवार को सिमडेगा में खतियानी जोहार यात्रा के दौरान पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने थाना और आदिवासी छात्रावास का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने थाना परिसर में सड़ी और जंग लगी हालत में बाइक और गाड़ियों को देखकर भी नाराजगी जतायी। निरीक्षण के दौरान ही मुख्यमंत्री की नजर सिपेज पर पड़ी। ये सिपेज थाना के छत पर बने वाशरूम से आ रहा था। मुख्यमंत्री गीली दीवार देख नाराजगी जतायी और नया रूम बनाने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान थाना परिसर में सड़े वाहन व गंदगी देख साफ कराने का निर्देश दिया। वहीं हाजत में मूत्राशय देख मुख्यमंत्री ने हाजत के बाहर मूत्राशय रखने का निर्देश दिया। एसपी ने सीएम को बताया कि यहां मात्र कुछ घंटे के लिए कैदियों को रखा जाता है, ताकि कैदी भाग नहीं जाए। हाजत में ही मूत्राशय की व्यवस्था रहती है। सीएम ने कहा कि यह जवाबदेही पुलिस की है, अपनी जवाबदेही से बचने के लिए पुलिस हाजत में मूत्राशय रखती है. इसे अविलंब हटाया जाए।

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