महराजगंज जनपद में भाजपा के अल्पसंख्यक कल्याण मोर्चा के जिलाध्यक्ष एडवोकेट राही मासूम रजा के फरार होने के मामले में पुलिस अधीक्षक कड़ी कार्रवाई की है. प्रकरण में सदर कोतवाल रवि राय समेत 13 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया है. वहीं चौकी चार्ज प्रवीण सिंह समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है. पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मच गया है.

प्रकरण के मुताबिक संतकबीर नगर जनपद के मेंहदावल थाना क्षेत्र निवासी दुकानदार अपनी चार बेटियों और आठ वर्षीय बेटे के साथ स्थानीय नेता मासूम रजा राही के घर में किराये पर रहता था. वह फुटपाथ पर चाट पकौड़ा की दुकान लगाकर अपने परिवार का गुजारा करता था. दुकानदार की बड़ी बेटी के साथ बीते 28 अगस्त को भाजपा नेता ने दुष्कर्म किया. वहीं छोटी बेटी के साथ भी लगातार छेड़खानी कर रहा था. पीड़ित व्यापारी ने जब इस कृत्य का विरोध किया तो आरोपित ने उससे मारपीट की.

मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर जब पीड़ित नगर चौकी पर पहुंचा तो आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई की बजाए पुलिस उस पर सुलह-समझौता का दबाव बनाने लगी. इसके बाद दोनों पक्षों को शांतिभंग में पाबंद कर दिया. पुलिस से इंसाफ नहीं मिलने पर पीड़ित का परिवार बेहद डर गया. इस बीच शाम को अचानक रहस्यमय परिस्थितियों में पीड़ित पिता की तबीयत बिगड़ गई. गंभीर स्थिति में उसे जिला अस्पताल और वहां से शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 31 अगस्त को उसकी मौत हो गई

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट नहीं होने पर चिकित्सकों ने बिसरा सुरक्षित कर दिया. इसके बाद बीते दिनों मृतक की बड़ी बेटी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित भाजपा नेता के विरुद्ध हत्या, दुष्कर्म, छेड़छाड़, एससी-एसटी व पास्को एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई.

आरोप है कि इस दौरान पुलिस पूरी तरह से भाजपा नेता के प्रभाव में आकर मामले को दबाने में लगी रही. पांच सितंबर को ही आनन- फानन में बड़ी बेटी का 161 का बयान भाजपा नेता के पक्ष में दबाव बनाकर कराया गया. छह सितंबर को न्यायालय में भी पीड़िता ने आरोपित के पक्ष में ही बयान दिया.

इसके बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने में बैठाए गए भाजपा नेता को छोड़ दिया. तभी से आरोपित घर से फरार है. उसकी गिरफ्तारी के लिए वाराणसी, मुंबई व प्रयागराज में पुलिस टीम भेजी गई है… आरोपित नेता के घर किराये के मकान में रहकर उसकी मदद करने वाले पुलिसकर्मियों को भी थाने पर बैठाकर पूछताछ की जा रही है.

इसके साथ ही इस प्रकरण में रविवार को पुलिस अधीक्षक डॉ.. कौस्तुभ ने नगर चौकी इंचार्ज प्रवीन कुमार सिंह, आरक्षी आबिद अली, अखिलेश यादव, अखिलेश चौधरी और प्रियंका यादव को निलंबित कर दिया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपित पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है. मामले की जांच कराई जा रही है.

सदर कोतवाल रवि कुमार राय, मुख्य आरक्षी विश्वनाथ यादव, भानु प्रताप सिंह, अशोक कुमार, सुनील कुमार, विनोद कुमार यादव, आरक्षी मनीष कुमार गौड़, चंद्रसेन शाह, गोविंद कुमार, अनिल यादव, धीरज कुमार शाह, प्रमोद सिंह यादव, वीरेंद्र यादव और धनंजय यादव को लाइन हाजिर किया गया है.

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