क्या शारदा सिन्हा को लेकर बेटे की एक मुराद पूरी करेंगे प्रधानमंत्री मोदी, मां की विदाई बेला में कह दी अपने दिल की बात….
Will PM Modi fulfill his son's wish regarding Sharda Sinha? He expressed his heart's feelings at the time of his mother's farewell....
Sharda Sinha : आज जब अस्ताचलगामी सूरज को पूरी दुनिया प्रणाम कर रही होगी, तो ठीक उसी वक्त छठ महापर्व को जीवंत बनाने वाली प्रख्यात गायिका शारदा सिन्हा का पार्थिव भी पंचतत्व में विलीन हो रहा है। छठ के साथ शारदा सिन्हा का रिश्ता जन्म जन्मांतर का रहेगा।
जब भी छठ का ये लोकपर्व आयेगा, हम और आप कहीं ना कहीं अपने आसपास ही शारदा सिन्हा को पायेंगे। अपने शर्तों के साथ जिंदगी की जीने वाली और सुर के साथ कोई समझौता नहीं करने वाली शारदा सिन्हा को अनगिनत सम्मान मिला है।
लेकिन, उनके बेटे की चाहत अपनी मां को एक और सम्मान से नवाजे जाने की की है। ‘बिहार कोकिला’ के नाम से प्रख्यात लोक गायिका शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान ने बृहस्पतिवार को इच्छा जताई कि उनकी दिवंगत मां को मरणोपरांत देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित करने पर विचार किया जाए।
लंबे समय से मायलोमा (एक तरह का रक्त कैंसर) से जूझ रहीं सिन्हा का मंगलवार रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया. वह 72 साल की थीं।
अंशुमान ने पटना के राजेंद्र नगर स्थित पारिवारिक आवास पर संवादादाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि अंशुमान ने कहा, “उन्होंने बहुत कुछ किया और वह बिहार ही नहीं, बल्कि देश के बाहर भी बेहद लोकप्रिय थीं। इस संबंध में हमारी कोई शिकायत या मांग नहीं है, लेकिन हमें हमेशा लगता है कि उन्हें पद्म विभूषण से नवाजा जाना चाहिए था।
शारदा सिन्हा को पद्मश्री और पद्म भूषण से पहले ही सम्मानित किया जा चुका था। अंशुमान ने कहा, “मेरी मां ऐसी नहीं थीं, जो मन में कभी कोई शिकायत पालें।
हमारे पास जो कुछ भी है, उसमें खुश रहने की कला हमने उन्हीं से सीखी थी. लेकिन हम जानते हैं कि सरकार लोगों को मरणोपरांत भी सम्मानित कर सकती है. अगर मेरी मां को मरणोपरांत पद्म विभूषण से नवाजा जाता है, तो इससे उनके लाखों-करोड़ों प्रशंसकों को बेहद खुशी होगी। हालांकि ये फैसला तो केंद्र सरकार को करना है।