झारखंड टॉपर शालिनी ने क्यों दी जान? कागज के पन्नों पर लिखी बातों से क्लू तलाश रही पुलिस…
Why did Jharkhand topper Shalini commit suicide? Police are looking for clues from the things written on paper pages...

Shalini Vijay । झारखंड लोक सेवा आयोग-प्रथम की टॉपर रहीं शालिनी विजय, उनके भाई मनीष विजय और मां शकुंतला अग्रवाल की संदिग्ध परिस्थिति में लाश मिली है। जानकारी के मुताबिक मनीष विजय कक्कनाड में केंद्रीय उत्पाद शुल्क के अतिरिक्त आयुक्त थे।
मनीष विजय वर्ष 2011 में आईआरएस अधिकारी बने थे। वे कोच्चि में पदस्थापित हुए थे। वे अपनी मां शकुंतला अग्रवाल जेपीएससी मेधा घोटाले की जांच की जद में आने के बाद शालिनी विजय परेशान थीं और लंबी छुट्टी पर अपने भाई के पास चलीं गईं थीं। जेपीएससी मेधा घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने उन्हें समन भी भेजा था। के साथ रहते थे। जेपीएससी-प्रथम में टॉपर रही शालिनी विजय यहां डिप्टी कलेक्टर रैंक पर कार्यरत रहीं थीं।
जानकारी के मुताबिक केरल पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि नौकरी से जुड़े आरोपों के चलते शालिनी विजय परेशान थीं। जेपीएससी प्रथम में मेधा घोटाले में नाम आने के बाद शालिनी विजय परेशान थीं।
वह पिछले दो साल से अपने भाई के पास केरल गईं थीं। वहां पहले से ही उनके भाई और उनकी मां रह रहे थे।मनीष विजय के ही सरकारी आवास से तीनों शव बरामद हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि मां की जान लेने के बाद, मनीष विजय और शालिनी विजय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
मां का शव बिस्तर पर पड़ा था।जबकि शालिनी विजय और उनके भाई का शव फांसी से लटक रहा था। यह हत्या या आत्महत्या, इस बिंदु पर केरल पुलिस छानबीन कर रही है। फिलहाल, इस घटना के पीछे के कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सके हैं।