Monsoon Alert: सावन में नॉनवेज क्यों बन सकता है बीमारियों की जड़? चिकन से लेकर मछली तक—हर एक पर सवाल!

Monsoon Alert:सावन का महीना आते ही अधिकतर लोग शाकाहारी हो जाते हैं। आमतौर पर इसे धार्मिक आस्था से जोड़ा जाता है, क्योंकि यह माह भगवान शिव को समर्पित होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन में नॉनवेज खाने से परहेज करने के पीछे वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक कारण भी होते हैं?

मानसून के इस मौसम में हमारा पाचन तंत्र सबसे कमजोर स्थिति में होता है। ज्यादा नमी, कम धूप और तेजी से फैलते बैक्टीरिया-इनफेक्शन की वजह से शरीर में खाने को पचाने की क्षमता घट जाती है। ऐसे में नॉनवेज खाना बीमारियों को न्योता देने जैसा है।

Monsoon Alert:तो आखिर क्यों न खाएं नॉनवेज? आइए समझते हैं कारण…

1. बकरे का मांस (मटन):

आयुर्वेद के अनुसार, मटन भारी, चिकनाई युक्त और अग्नि-वात-कफ को बढ़ाने वाला होता है। इसे पचाना बरसात के मौसम में और भी मुश्किल हो जाता है।
परिणाम:

  • अपच

  • शरीर में भारीपन

  • जोड़ों का दर्द

  • नींद में बेचैनी और सूजन

2. मुर्गे का मांस (चिकन):

चिकन की चिकनाई से मानसून में गैस, कब्ज और दस्त की समस्याएं बढ़ सकती हैं।
साइड इफेक्ट:

  • स्किन एलर्जी

  • डाइजेशन में गड़बड़ी

  • पेट संबंधी इंफेक्शन

3. रेड मीट (बीफ आदि):

रेड मीट में फैट बहुत अधिक होता है और इसे पचाना मानसून में और भी कठिन हो जाता है।
हो सकती हैं ये समस्याएं:

  • उल्टी

  • अपच

  • फोड़े-फुंसी

4. मछली:

मानसून के समय मछलियों में अंडे होते हैं और पानी दूषित होता है, जिससे मछली खाना शरीर में एलर्जी और खुजली जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
खतरे:

  • स्किन इरिटेशन

  • कफ बढ़ना

  • पेट में इंफेक्शन

Monsoon Alert:मानसून में पाचन कमजोर क्यों हो जाता है?

  • वातावरण में नमी बढ़ने से पाचन अग्नि धीमी हो जाती है

  • साफ पानी की कमी से संक्रमण का खतरा

  • बैक्टीरिया और वायरस की सक्रियता

  • शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट

Monsoon Alert:तो इस मानसून क्या खाएं?

 हरी पत्तेदार सब्जियां
 लौकी, तुरई, करेला जैसे फाइबर युक्त हल्की सब्जियां
 खिचड़ी, मूंगदाल, सूप और छाछ
 नींबू, अदरक और काली मिर्च से बनी हर्बल चाय

Monsoon Alert:बचाव के लिए सावधानियां:

 स्ट्रीट फूड से परहेज करें
 कच्चे सलाद और अधपके फल न खाएं
 घर पर बना ताजा और हल्का भोजन लें
 सभी चीज़ों को अच्छी तरह धोकर और पकाकर खाएं

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