झारखंड : गिरफ्तार गैंगस्टर मयंक सिंह अजरबैजान से कब तक ला सकेगा भारत? 43 मामले हैं झारखंड में दर्ज, पढ़िये क्राइम कुंडली

Jharkhand: When will India be able to bring arrested gangster Mayank Singh from Azerbaijan? 43 cases are registered in Jharkhand, read crime horoscope

Crime News: झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू गैंग का गुर्गा मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक मयंक सिंह की यूरोप में गिरफ्तारी हुई है। अब मयंक सिंह को भारत लाने की तैयारी है। जानकारी के मुताबिक प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को पुलिस तेज कर रही है।

 

 

जानकारी के मुताबिक कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह को अज़रबैजान से गिरफ्तार किया गया है। मयंक सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा अमन साहू और लॉरेंस विश्नोई का भी खास है। अमन साहू गैंग को फिलहाल विदेश में बैठकर मयंक सिंह कर ऑपरेट रहा था।मयंक सिंह को भारत लाने को लेकर झारखंड पुलिस ने भी कवायद तेज की है।

 

झारखंड पुलिस मुख्यालय संबंधित एजेंसियों के लगातार सम्पर्क में है। आपको बता दें कि मयंक सिंह के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। मयंक सिंह के खिलाफ अधिकांश आपराधिक मामले राजधानी रांची के हैं. इसके अलावा उस पर चतरा, लातेहार, गिरिडीह, हजारीबाग, रामगढ़, पलामू सहित अन्य जिलों में करीब 43 केस दर्ज हैं। उस पर गिरिडीह जेलर को धमकी देने और तुपुदाना व रामगढ़ के व्यवसायियों को रंगदारी के लिए धमकाने का आरोप है।

 

यही नहीं लातेहार में रंगदारी को लेकर सुजीत सिन्हा और अमन साहू गिरोह द्वारा फायरिंग कराने की घटना की जिम्मेदारी मयंक सिंह द्वारा लिये जाने की बात सामने आ चुकी है। इसके अलावा रांची के अन्य व्यवसायियों से भी मयंक सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने का मामले सामने आ चुके हैं।

 

जानकारी के मुताबिक मयंक सिंह राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के नयी मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़ासान का रहनेवाला है। उस पर पतरातू में धमकी देने का एक मामला दर्ज था. फिलहाल उस केस का अनुसंधान एटीएस कर रही है। उस केस में एटीएस की टीम राजस्थान जाकर इश्तेहार वारंट का तामिला करने की कार्रवाई कर चुकी है। इसी केस में उसके फरार रहने की वजह से एटीएस के अनुरोध पर उसका पासपोर्ट जब्त करने की कार्रवाई की गयी थी।

 

पूर्व में यह बात सामने आयी थी कि वह मलेशिया में बैठकर गिरोह चलाता है। इसके बाद एटीएस के अनुरोध पर उसके खिलाफ इसी केस में रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए सीबीआइ के माध्यम से इंटरपोल के पास प्रस्ताव भेजा गया था।इसी के बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था, जिसके आधार पर उसे अजरबैजान से पकड़ा गया है।

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