रांची। आज से 15 अगस्त तक छुट्टियां ही छुट्टियां है।..पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अब तक SOP की बैठक नहीं हुई है …. और जब बैठक ही नहीं हुई है, तो फिर कैबिनेट से मुहर लगने का सवाल ही नहीं उठता। लिहाजा, अब हर किसी के मन में यही सवाल है कि – 15 अगस्त को पुरानी पेंशन की घोषणा होगी या नहीं ? कैबिनेट ने तो 15 जुलाई को ही पुरानी पेंशन बहाली पर सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी, आगे का काम विकास आयुक्त अरूण कुमार सिंह की अगुवाई वाली SOP को करना था। लेकिन, SOP ने ऐसी सुस्ती पकड़ी, की ना तो बैठक हुई और ना ही पेंशन का अटका काम आगे बढ़ा। विभागीय पेंच में जिस तरह से पुरानी पेंशन का मामला उलझ गया है, उसने लाखों कर्मचारियों के मन में शक और सस्पेंस की स्थिति पैदा कर दी है।
प्रदेश में पुरानी पेंशन की लड़ाई दृढ़ता से लड़ने वाले संगठन NMOPS के प्रांतीय संयोजक विक्रांत सिंह से HPBL न्यूज की टीम ने इसी सस्पेंस को लेकर बातें की। विक्रांत सिंह कहते हैं ….
आपको बता दें कि NMOPS की महारैली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुद ही इस बात का ऐलान किया था कि उन्हें 15 अगस्त का समय कर्मचारी दें, उनके लिए हम पुरानी पेंशन बहाली कर देंगे। मुख्यमंत्री ने घोषणा के अनुरूप काम भी किया। 15 जुलाई को कैबिनेट की बैठक के बाद 1 महीने का प्रर्याप्त वक्त था, जब SOP की बैठक के साथ-साथ अन्य प्रक्रियाओं को शुरू किया जा सकता था, लेकिन अफसरशाही के जाल में पुरानी पेंशन की आवाज उलझकर रह गयी। ऐसे में अब मुख्यमंत्री 15 अगस्त को पुरानी पेंशन को लेकर क्या कुछ निर्णय लेते हैं, इस पर हर किसी की नजरें टिकी है।