क्या है सरकार की PM Vidyalaxmi Yojana? जानें कौन होगा इसके लिए ऐलिजिबल

PM Vidyalaxmi Yojana: भारत सरकार देश में कई सारी योजनाएं चलाती है, ताकि इन स्कीमों के माध्यम से आम लोगों को फायदा मुहैया कराया जा सके। सरकार का इन योजनाओं को चलाने का उद्देश्य ये है कि देश के गरीब और जरूरतमंद लोगों को फायदा मिलता रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में इस योजना को मंजूरी मिल गई थी। ये योजना गरीब छात्रों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कर रही है।

इस योजना के तहत क्वालिटी हाई शिक्षा संस्थानों (QHEI) में दाखिला लेने वाले छात्र बैंकों और वित्तीय संस्थानों से बिना किसी जमानत के लोन प्राप्त कर सकते हैं। ये लोन ट्यूशन फीस और अन्य एजुकेशन खर्चों को कवर करते हैं। प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना के लिए एक डिजिटल और ट्रांसपेरेंट सिस्टम स्थापित की जाएगी, जिससे आवेदकों के लिए पहुंच आसान हो जाएगी।

PM Vidyalaxmi Yojana:  लोन का फायदा और ऐलीजिबिलिटी

हर साल 22 लाख से ज़्यादा छात्रों को इन लोन का फ़ायदा मिलेगा। सरकार 7.5 लाख रुपए तक के लोन पर 75% क्रेडिट गारंटी देती है। इसके अलावा 8 लाख रुपए या उससे कम की सालाना आय वाले परिवार, जिन्हें कोई सरकारी स्कॉलरशिप या ब्याज छूट नहीं मिलती है, वे मॉरेटोरियम समय के दौरान 10 लाख रुपए तक के लोन पर 3% ब्याज छूट के लिए ऐलीजिबल हैं।

केंद्रीय मंत्री अश्विन वैष्णव ने बताया कि इस योजना से सालाना एक लाख से ज़्यादा छात्रों को फ़ायदा मिलेगा। इसका मुख्य ध्यान तकनीकी या प्रोफेशनल कोर्स करने वाले छात्रों पर है। 2024-25 से 2030-31 तक सरकार इस पहल के लिए 3600 करोड़ रुपए आवंटित करने की योजना बना रही है, जिससे ब्याज़ छूट के साथ करीब सात लाख छात्रों को फ़ायदा होगा।

PM Vidyalaxmi Yojana:वित्तीय आवंटन और असर

यह योजना अलग-अलग पहलों के माध्यम से समाज के वंचित वर्गों का समर्थन करने के लिए सरकार के व्यापक प्रयासों का हिस्सा है। शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करके सरकार का उद्देश्य छात्रों को सशक्त बनाना और उनके भविष्य की संभावनाओं को बढ़ाना है। प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना से भारत भर में कई युवा व्यक्तियों के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।

इस योजना के व्यापक नजरिए से शिक्षा के प्रति सरकार की मजबूती को दिखाता है। वित्तीय बाधाओं के बिना क्वालिटी एजुकेशन तक पहुंच तय करके, इस पहल का उद्देश्य एक अधिक समतापूर्ण समाज का निर्माण करना है जहां हर छात्र को अकेडमिक रूप से सफल होने का अवसर मिले।

सरकार ने इस तरह की कई सारी योजनाएं शुरू कर रखी है ताकि एजुकेशन से संबंधित किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना छात्रों को न करना पड़े। हर बच्चा अच्छी शिक्षा के साथ अपने जीवन में कामियाब हो सके और सपनों को साकार कर सके। सरकार छात्रों के लिए हर संभव मदद उपलब्ध कराने की कोशिश में रहती है ताकि किस भी बच्चे को दिक्कत न हो।पलामू में आर्केस्ट्रा कार्यक्रम के बाद गोलीकांड…झामुमो नेता पर हमले का आरोप

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