रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिटारे से क्या पुरानी पेंशन की सौगात निकलेगी? …..इस सस्पेंस से अब बस पर्दा उठने ही वाला है। अब से कुछ घंटे बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का संबोधन ये साफ कर देगा कि झारखंड के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाल होगी या नहीं ? ….और होगी तो कब से होगी। दरअसल 26 जून को पुरानी पेंशन बहाली की देशव्यापी लड़ाई लड़ने वाली NMOPS ने रांची के मोरहाबादी मैदान में महारैली बुलायी थी।

इस महारैली में खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी चीफ गेस्ट थे। मुख्यमंत्री ने महारैली के उस महामंच से ऐलान किया था कि 15 अगस्त तक वक्त दीजिये, पुरानी पेंशन बहाल कर दी जायेगी। मुख्यमंत्री के इस ऐलान ने कर्मचारियों को उत्साहित कर दिया। तय घोषणा के मुताबिक मुख्यमंत्री ने 15 जुलाई की कैबिनेट में पुरानी पेंशन को सैद्धांतिक मंजूरी देते हुए विकास आयुक्त की अगुवाई में SOP बनाने का फैसला लिया।

ऐलान से लेकर कैबिनेट में मंजूरी तक का काम कर मुख्यमंत्री ने अपनी इच्छाशक्ति तो दिखा दी, लेकिन ब्यूरोक्रेसी ने पुरानी पेंशन को लेकर कार्रवाई सुस्त कर दी। कैबिनेट के कई दिनों बाद राजपत्र में प्रकाशन की अधिसूचना जारी की गयी, लेकिन SOP की आज तक बैठक ही नहीं हुई। जबकि, कैबिनेट ने सैद्धांतिक मंजूरी के वक्त ये कहा था कि SOP पुरानी पेंशन को लेकर ना सिर्फ सुझाव देगी, बल्कि उन सुझावों को कैबिनेट में भी रखा जायेगा। लेकिन, जब बैठक ही नहीं हुई, तो जाहिर है तमाम आगे का काम ही अटक गया। अब ब्यूरोक्रेसी की इस सुस्त रफ्तार ने ही पुरानी पेंशन पर सस्पेंस बढ़ा दिया है। हालांकि इन सबके बीच कर्मचारियों की उम्मीदें अभी भी जवां हैं…वो मान चुके हैं कि मुख्यमंत्री अपना वादा जरूर निभायेंगे और वादे के अनुरूप 15 अगस्त को झारखंड में पुरानी पेंशन बहाली का ऐलान कर देंगे।

पुरानी पेंशन को लेकर उठ रहे सवाल और सस्पेंस के बीच HPBL न्यूज ने झारखंड के कर्मचारी-अधिकारी संगठनों से चर्चा की। हमने उनकी उम्मीदों को भी जाना और उनकी नाउम्मीदी की वजह भी पूछी। आइए उन संगठन के नेतृत्वकर्ता से HPBL की बातचीत का सार क्या रहा आपको बताते हैं।

ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा

झारखंड के स्वास्थ्य विभाग में NPS कर्मियों के सबसे बड़े संगठन के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह पुरानी पेंशन योजना को राज्य भर में लागू कराने को लेकर पूरी तरह से आशान्वित हैं। धर्मेंद्र कुमार ने कहा की ………

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की इच्छाशक्ति और घोषणा का सम्मान करते है। परंतु SOP का गठन होने के बाद भी पुरानी पेंशन को लागू करने को लेकर एक भी बैठक न होना दुखद है। राज्य के मुखिया की घोषणा की सत्यता दांव पर लगी है। SOP के अध्यक्ष के लंबी छुट्टी पर चले जाने से अपने आप में ब्यूरोक्रेट्स के मंशा पर भी सवालिया निशान लगा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा की हमारा संगठन शुरू से संघर्ष में विश्वास रखता है,घोषणा के अनुरूप मुख्यमंत्री अपने अधिकार का उपयोग करते हुए पुरानी पेंशन लागू करेंगे। राज्य भर के NPS कर्मियों की उम्मीद आजादी के अमृत महोत्सव में पुरानी पेंशन रूपी अमृत मिलने की अब भी बरकरार है। हमें उम्मीद है की बिना किसी शर्त के सरकार पुरानी पेंशन हु -ब -हू लागू करेगी।

सचिवालय सहायक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष नीतिन कुमार बोले

सचिवालय सहायक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष व NMOPS के कोषाध्यक्ष नीतिन कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री में पुरानी पेंशन को लेकर काफी इच्छाशक्ति दिखायी है। हालांकि ब्यूरोक्रेसी की कार्यशैली जरूर निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि ….

“देखिये, सचिवालय कर्मी होने के नाते हमलोग काफी करीब से सरकार के कामकाज को देखते हैं। इस बात में कोई शक नहीं, कि मुख्यमंत्री ने पुरानी पेंशन को लेकर काफी दृढ़ता दिखायी है, 26 जून की महारैली से लेकर 15 जुलाई के कैबिनेट तक में उनके प्रयास काफी अच्छे रहे, जिसने हम कर्मचारी-अधिकारी को उम्मीदें बढ़ायी। हालांकि, ब्योरोक्रेसी की कार्यशैली ने काफी निराश किया, चाहे उसकी जो भी वजह रही हो। फिर भी हम अपनी उम्मीदें खत्म नहीं कर रहे, SOP की बैठक नहीं होना निराश जरूर कर रहा, लेकिन मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता हमें उम्मीद जगा रही है कि 15 अगस्त को कुछ ना कुछ जरूर सौगात मिलेगी”

JHASA के डाक्टर अमरेश कुमार ने कहा…

झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस एसोसिएशन यानि (Jharkhand State Health Services Association) के अध्यक्ष डाक्टर अमरेश कुमार भी पुरानी पेंशन बहाली को लेकर काफी आशान्वित हैं। डा अमरेश के मुताबिक …
“निश्चित ही हमें अपने मुख्यमंत्री से पूरी उम्मीद है कि 15 अगस्त को पुरानी पेंशन बहाली का ऐलान कर देंगे। हालांकि जिस तरह से देरी हुई है, वो निराशा तो जता रहा है, लेकिन पूरा भरोसा है कि देरी से ही सही हमें राज्य सरकार पुरानी पेंशन बहाली का तोहफा जरूर देगी। एसओपी की बैठक नहीं होने के बावजूद मुख्यमंत्री अपने अधिकार का उपयोग कर पुरानी पेंशन की बहाली करेंगे, ये हमें पूरी उम्मीद है। हमारी पूरी टीम 15 अगस्त पर मुख्यमंत्री के संबोधन पर नजरें टिकाये है”

पुलिस मेंस एसोसिएशन के मंत्री भीखू पासवान कहते हैं

झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन भी मुख्यमंत्री की पिटारे की तरफ टकटकी लगाये बैठा है। पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रदेश मंत्री भीखू पासवान कहते हैं कि हमे पूरा भरोसा है कि मुख्यमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर पुरानी पेंशन का ऐलान कर देंगे। उन्होंने कहा कि ….
“हम तो पूरा उम्मीद कर रहे हैं, मुख्यमंत्री ने जो जो अभी बातें कही है, उसे धीरे-धीरे पूरा कर रहे हैं, इसलिए हम ये मान रहे हैं कि पुरानी पेंशन बहाली का उनका वादा भी जरूर पूरा होगा। वो जरूर ऐलान करेंगे हमें तो पूरा भरोसा है”

अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोड्डा के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि

अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोड्डा के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार को भी सरकार के आश्वासन पर पूरा यकीन है। राकेश कहते हैं कि मुख्यमंत्री ने सिर्फ महारैली में ही आश्वासन नहीं दिया था, बल्कि उनके घोषणापत्र में भी पुरानी पेंशन बहाली का बिंदु था।
“मुख्यमंत्री ने जो कहा है वो जरूर पूरा करेंगे ये पूरी उम्मीद है। सरकार ने जिस तरह से इच्छाशक्ति दिखायी थी, हमें नौकरशाह से भी उसी अपेक्षा की उम्मीद थी, बावजूद हमलोग आशान्वित हैं कि कुछ ना कुछ बेहतर होगा। स्वतंत्रता दिवस हमारे लिये खास मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद बनेगा। हम सकारात्मक फैसले की उम्मीद कर रहे हैं, बावजूद अगर हमें मायूसी मिलती है तो फिर हमें जो संवैधानिक तरीके से अपनी बातों को सरकार तक पहुंचाने का जो अधिकार मिला है, उसका हम इस्तेमाल करेंगे”

झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के गोड्डा के जिला सचिव सुभाष यादव

झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के गोड्डा जिला सचिव सुभाष यादव भी काफी आशावादी है। मुख्यमंत्री के संबोधन पर नजरें गड़ाये सुभाष यादव ने कहा कि
“मुख्यमंत्री से उम्मीद तो यही है कि उन्होंने जैसा कहा था, वैसा ही वो करेंगे। हालांकि वक्त काफी कम है। ऐसे में थोड़ी चिंता जरूर लग रही है, कि क्या होगा, कैसे होगा, लेकिन हमलोग निराशावादी नहीं है, हम आशा कर रहे हैं कुछ अच्छा होगा, हमारे लिए 15 अगस्त खास बनेगा”

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