रांची। कई राज्यों में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। झारखंड सहित दिल्ली-NCR में गुरुवार को कई जगहों पर बारिश हुई। उत्तर-पश्चिमी भारत में पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) का असर बना हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 31 मार्च और एक अप्रैल के लिए राज्य में चेतावनी जारी की है कि मौसम एक्टिविटी ज्यादा है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव और लोकल सिस्टम के कारण वज्रपात, गर्जन के साथ ओले पड़ने के आसार हैं। इसलिए राज्यवासी दो दिन तक अलर्ट रहें। मौसम खराब होने पर घर में ही रहे। बाहर निकलने से बचें। हालांकि, दो अप्रैल से मौसम सामान्य हो जाएगा।

मौसम केंद्र के अनुसार, 31 मार्च और एक अप्रैल को राज्य में 40-50 किमी की रफ्तार से हवा चल सकती है। ओलावृष्टि व वज्रपात की चेतावनी है। मौसम केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार अगले दो से तीन दिन के दौरान अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। इसके बाद तीन से चार दिन में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री तापमान में गिरावट होने की संभावना है।

पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टरबेंस भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होना वाला तूफान है जो भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर पश्चिमी भागों में अचानक सर्दियों में बारिश लाता है। यह बरसात मॉनसून की बरसात से अलग होती है। भारत के संबंध में ये पश्चिम दिशा से आती हैं इसलिए इसका नाम पश्चिमी विक्षोभ पड़ा है। ये अफगानिस्तान,पाकिस्तान और भारत की ओर पश्चिम से पूर्व की ओर बहती हैं। मौसम विभाग के अनुसार जब पश्चिमी विक्षोभ हिमालय की ओर जाता है तो इनकी नमी बारिश और बर्फ के रूप में बदल जाती है।

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