VIDEO: पत्नी..बेटा…मां..पिता कौन है जिंदगी में सबसे जरूरी? जयराम महतो ने बताया सबसे अहम कौन, विधायक की ये कहानी दिल छू लेगी..
VIDEO: Wife, son, mother, father, who is most important in life? Jairam Mahato told who is the most important, this story of the MLA will touch the heart..

Jairam Mahto : यूं तो पति-पत्नी के विवाद को सुलझाने के लिए कोई विधायक नहीं आता है, लेकिन जयराम महतो कुछ अलग मिजाज के विधायक हैं। जो भी उनके पास पहुंचता है, वो उनकी समस्याओं को बड़ी शिद्दत से सुनते हैं और फिर उसका निराकरण भी करते हैं। फिर चाहे वो बात पति-पत्नी की लड़ाई ही क्यों ना हो। पति-पत्नी के विवाद को सुलझाते विधायक जयराम महतो का एक VIDEO सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।
यहां देखें वीडियो 👇 👇 👇 👇 👇
पति पत्नी विवाद pic.twitter.com/tkHB5afxzG
— Tiger jairam mahto (@JairamTiger) February 15, 2025
जयराम महतो का ये वीडियो उनके कार्यालय का है, जहां एक महिला अपने घरेलू विवाद की शिकायत लेकर पहुंची थी। पत्नी ने बताया ने उनके पति उनके साथ विवाद करते हैं, उन्हें साथ नहीं रखते हैं। विधायक के सामने महिला फूट-फूटकर रोने लगी। जिसके बाद विधायक जयराम महतो ने खुद से महिला के पति को फोन लगाया।
विधायक ने अपने चिर परिचित अंदाज में पहले तो सत्येंद्र नाम के शख्स को समझाने की कोशिश की और फिर अपने भाईचारे का हवाला देते हुए रिश्ते को फिर से जोड़ने को कहा। उन्होंने रिश्ते की अहमियत बताते हुए कहा कि पति को भी रिश्ते बचाने के लिए कभी-कभी झुकना चाहिये।
विधायक ने महिला के पति को बड़ा दिल दिखाते हुए पत्नी को फिर से अपनाने को कहा। इस दौरान विधायक ने एक मार्मिक कहानी सुनाते हुए शादी शुदा जिंदगी में पत्नी का अहमियत की भी सीख दी। विधायक ने एक कहानी सुनाते हुए कहा कि …
एक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर ने स्टूडेंट को बुलाकर ब्लैक बोर्ड पर अपने 30 सबसे अजीज और करीबी लोगों के नाम लिखने को कहा। छात्र ने काफी सोच विचार कर अपने रिश्तेदार, दोस्त और परिजनों के नाम लिखे। फिर प्रोफेसर ने उसमें से 10 लोगों के नाम हटा देने को कहा।
छात्र ने कुछ दूर के दोस्तों और रिश्तेदारों के नाम हटा दिये। फिर से प्रोफेसर ने उसमें से 10 लोगों के नाम हटाने को कहा, इस बार भी छात्र ने कुछ और दूर के रिश्तेदार, परिजनों के नाम हटा दिये। प्रोफेसर ने इसी तरह से स्टूडेंट को नाम हटाने कहते रहे। आखिर में चार नाम बच गये।
उन चार नामों में पत्नी, बच्चे, माता, पिता ही बचे थे। अब प्रोफेसर ने उसमें से दो नाम को हटाने के लिए कहा, काफी सोचने के बाद छात्र ने अपने माता-पिता का नाम हटाया। अब ब्लैक बोर्ड में पत्नी और बच्चे के नाम बचे। अप प्रोफेसर ने उसमें से एक नाम हटाने को कहा, काफी सोचने के बाद स्टूडेंट ने अपने बच्चे का नाम हटाया।
जब प्रोफेसर ने पूछा कि क्या वो अपने बच्चे से प्यार नहीं करेगा? जवाब में छात्र ने कहा कि बेटे को वो प्यार तो करेगा, लेकिन बेटा उनका आखिरी वक्त में समय तक साथ नहीं निभायेगा। उसकी शादी हो जायेगी, नौकरी लग जायेगी, वो हमसे दूर चला जायेगा। एक मात्र पत्नी ही उसके साथ आखिरी दम तक रहेगी। ये कहानी कहकर विधायक ने पत्नी की अहमियत को समझाने की कोशिश की।