VIDEO- झारखंड में फफूंद और कीड़ा लगा अनाज हो रहा वितरित, वायरल VIDEO पर मंत्री इरफान अंसारी का एक्शन, कहा, गरीबों के हक व स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं…

VIDEO- Fungus and insect infested grains are being distributed in Jharkhand, Minister Irfan Ansari takes action on the viral video, says no compromise on the rights and health of the poor...

जमशेदपुर/बहरागोड़ा। गरीबों को बांटे जाने वाले अनाज को लेकर हमेशा सवाल उठते रहते हैं। हेमंत सरकार गरीबों को चावल के साथ-साथ दाल और अन्य सामिग्री की आपूर्ति करती है, लेकिन अधिकारियों ने कमीशन के चक्कर में ऐसे समानों की आपूर्ति करतेहैं, जो गरीबों के खाने लायक नहीं होता है। ऐसा ही एक मामला झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा प्रखंड से सामने आया है।

 

जहां कुछ डीलरों द्वारा सड़ा हुआ राशन अनाज वितरित किए जाने की शिकायत की गई है। यह मामला सोशल मीडिया के जरिए उजागर हुआ, जिसके बाद राज्य के मंत्री इरफान अंसारी ने खुद संज्ञान लेते हुए तत्काल जांच और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

 

मलय सेनापति ने उठाई आवाज, वीडियो हुआ वायरल

मलय सेनापति नाम के सोशल मीडिया यूजर ने एक वीडियो पोस्ट कर मंत्री इरफान अंसारी को टैग किया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बहरागोड़ा प्रखंड की अधिकांश डीलर सड़ा और खराब अनाज गरीबों में बांट रही है। मलय ने अपनी पोस्ट में लिखा –

“पूर्वी सिंहभूम जिला में बहरागोड़ा प्रखंड के अंदर अधिकांश डीलरों के द्वारा राशन में सड़ा हुआ अनाज बांटना बेहद चिंताजनक है! यह सीधे-सीधे गरीबों के स्वास्थ्य और हक से खिलवाड़ है। संबंधित अधिकारियों से तत्काल इसकी जांच की मांग करते हैं।”

 

मंत्री अंसारी ने जताई नाराजगी, कहा- “गरीबों के साथ कोई समझौता नहीं”

मंत्री इरफान अंसारी ने इस पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी और लिखा –

“पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा प्रखंड में कुछ डीलरों द्वारा सड़ा अनाज वितरित किए जाने की शिकायत अत्यंत गंभीर है। मैंने इस मामले को संज्ञान में लिया है और संबंधित अधिकारियों को त्वरित जांच कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। गरीबों के हक और स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं होगा।”

 

प्रशासनिक अमला हरकत में, जांच शुरू

मंत्री के निर्देश के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है और संबंधित खाद्य आपूर्ति विभाग एवं अनुमंडल पदाधिकारी को मामले की जांच कर त्वरित रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, दोषी पाए जाने वाले डीलरों पर लाइसेंस रद्द करने सहित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।ग्रामीणों के मुताबिक, राशन दुकानों में कई बार अनाज से बदबू आती है, रंग बदला हुआ होता है, और कुछ मामलों में चावल में कीड़े तक देखे गए हैं। लोगों का कहना है कि शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जाती, जिससे मजबूरी में उन्हें खराब अनाज खाना पड़ता है।

Related Articles