जमशेदपुर जिले के डी.बी.एम.एस. कॉलेज ऑफ एजुकेशन 2019- 21 सत्र के उत्तीर्ण बी.एड.छात्र-छात्राओं तथा डी.एल.एड 2018-20 के छात्र- छात्राओं का भव्य दीक्षांत समारोह का आयोजन किया । समारोह का आरंभ मुख्य अतिथि प्रोफ़ेसर गंगाधर पांडा कुलपति कोल्हान विश्वविद्यालय ,  विशिष्ट अतिथि संजीव आनन्द, सी.वी.सी. कोल्हान विश्वविद्यालय तथा विशेष अतिथि प्रोफ़ेसर बसंत कुमार पांडा प्रोजेक्ट डायरेक्टर, सी.आई.आई.एल, मिनीस्ट्री ऑफ एजुकेशन गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।

स्वागत संबोधन में डी.बी.एम.एस कॉलेज जमशेदपुर के चेयर पर्सन सह  अध्यक्ष डी.बी.एम.एस.ट्रस्ट श्री बी.चंद्रशेखर ने सभी आगत अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन किया। प्राचार्या डॉ जूही समर्पिता के द्वारा  महाविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात महाविद्यालय के द्वारा संपादित पुस्तक नई शिक्षा नीति 2020 जिसका लोकार्पण किया गया | महाविद्यालय की सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन ने अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जिसके बाद विशेष पुरस्कार  छात्र छात्राओं को प्रदान किया गया ।

डॉक्टर मोनिका उप्पल के द्वारा विशिष्ट अतिथि डॉ.संजीव आनन्द, सी.वी.सी. कोल्हान विश्वविद्यालय का परिचय प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात विशिष्ट अतिथि का संबोधन हुआ। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा के विकास में शिक्षक और छात्र दो महत्वपूर्ण पहलु हैं आप कर्म से निष्ठा रखें, कर्म ही आपका धर्म हैं। ललिता चंद्रशेखर के द्वारा विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इसके पश्चात एस.धर्मराजन, कोषाध्यक्ष डी.बी.एम.एस. कॉलेज के द्वारा मुख्य अतिथि कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर गंगाधर पांडा का परिचय प्रस्तुत किया गया। इसके बाद मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफ़ेसर गंगाधर पांडा का संबोधन हुआ।  कुलपति प्रोफ़ेसर गंगाधर पांडा ने अपने संबोधन में छात्रों को विशेष रूप से संबोधित करते हुए कहा कि आप शिक्षक और शिक्षिका जो यहाँ से निकल कर समाज की सेवा करेंगें वह पीढ़ियों का निर्माण होगा अतः आपका ईमानदारी पूर्वक किये गए शिक्षण कार्य समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण कदम होगा। बी.चंद्रशेखर के द्वारा मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। तत्पश्चात सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन के द्वारा विशेष अतिथि प्रोफ़ेसर बसंत कुमार पांडा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर सी.आई.आई.एल, मिनीस्ट्री ऑफ एजुकेशन गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। विशेष अतिथि प्रोफ़ेसर बसंत कुमार पांडा ने अपने संबोधन में कहा कि आज के शिक्षक शिक्षार्थियों से विशेषकर शिक्षण कार्य से विलग हो चुके हैं, जो चिंता जनक है चूंकि शिक्षक ही समाज का प्रहरी होता है। शिक्षक का ईमानदार होना अति आवशयक है।

कार्यक्रम का संचालन पामेला घोष दत्ता एवम अंजली गणेशन ने किया।इस वर्ष बी. एड.एवम डी.एल.एड में सर्वाधिक अंक लाने वाली पापिया पांडा  (डी.एल.एड) एवं सुनेहा कुमारी (बी.एड.) को पुरस्कार दिया गया’|

इनको भी मिला पुरस्कार

इस अवसर पर डी.बी.एम.एस. बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टी की चेयरपर्सन ललिता चंद्रशेखर एवं कॉलेज की सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन , गवर्निंग बॉडी के सचिव सतीश सिंह, कोषाध्यक्ष एस.धर्मराजन , सह-सचिव तमिल सेल्वी बालाकृष्णन , के अलावा डी.बी.एम.एस की विभिन्न इकाइयों के प्रबन्धन समिति के सदस्य और प्राचार्या की गरिमामयी उपस्थिति में ग्रेजुएशन नाईट सम्पन्न हुआ।  

धन्यवाद ज्ञापन तमिल सेल्वी बालाकृष्णन  संयुक्त सचिव ने किया। कुलपति गंगाधर पांडा ने कार्यक्रम को सफल बनाने वाले सभी शिक्षको एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारीयों को कार्यक्रम के सफलता के लिये बधाई दी।

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