दुमका : लोकपाल योजनाओं में गड़बड़ी को लेकर ऑडियो वायरल होने के बाद प्रशासनिक कार्रवाई की जा रही है। दुमका उपायुक्त ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव से मनरेगा लोकपाल राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति मांगी है।

4 दिन पहले दुमका मनरेगा लोकपाल राजेंद्र प्रसाद साह और एक बिचौलिए के बीच रुपए के लेनदेन से संबंधित ऑडियो वायरल होने के बाद प्रशासनिक कार्रवाई हो रही है। ऑडियो में रानीश्वर प्रखंड में संचालित मनरेगा योजनाओं में भी गड़बड़ी की लीपापोती और रफा दफा करने के बदले रुपए के लेन-देन की बात की जा रही है। वायरल ऑडियो सामने आने के बाद उपायुक्त ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव से मनरेगा लोकपाल के खिलाफ एफआईआर करने की अनुमति मांगी है।

क्या है वायरल ऑडियो में

वायरल ऑडियो में बिचौलिए लोकपाल से कहता है कि आपने जो 8000 रुपए लिए थे,उसके बाद भी मेरा बचाव नहीं किया। इसके साथ ही बिचौलिए यह भी कह रहा है कि एक तालाब में आप 1लाख मांग रहे हैं इसमें हम कितना कमाएंगे। इस पर मनरेगा लोकपाल बिचौलिए को धमकी देते हुए कहा है कि मामला कोर्ट में चल जाएगा तो 5 लाख खर्च हो जाएंगे।

क्या है पुरा मामला

दुमका उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि मनरेगा लोकपाल के पद पर स्थापित राजेंद्र प्रसाद साह द्वारा कथित बिचौलिए बिपद तरण घोष से अवैध राशि लेते हुए ऑडियो वायरल हुआ है। डीसी ने यह भी बताया कि रानीश्वर बीडीओ से पार्टजोड़ योजनाओं की जांच करवाई गई । जिनकी जांच हुई है उनमें पहाड़पुर में मुख्तार मुर्मू का डोभा निर्माण लागत राशि 1,73,528 कुल खर्च 18,450 रुपए, नबग्राम में सूरज मुर्मू का डोभा निर्माण लागत राशि 1,73,528 और कुल खर्च 1,26,600 रुपए और डोडा मे रानी सोरेन तालाब निर्माण लागत राशि 4,02,330 कुल खर्च 2,70,000 शमिल है। जांच पड़ताल के बाद बिचौलिए द्वारा 8 हजार रुपए मनरेगा लोकपल राजेंद्र प्रसाद साह को देने की पुष्टि हुई है।

इस जांच के आधार पर रोजगार सेवक द्वारा रनेश्वर थाना में बिचौलिया विवरण घोष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है उपायुक्त ने विभागीय सचिव से चयन मुक्त और प्राथमिकी दर्ज करवाने की अनुमति मांगी है।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...