Used Car Market: सेकेंड हैंड कारों का बाजार तेजी से बढ़ रहा…2030 तक डबल होने की उम्मीद…

Used Car Market: पिछले कुछ सालों में भारत में यूज्ड (सेकेंड हैंड) कार मार्केट तेजी से बढ़ा है। वित्तीय वर्ष 2025 में प्री-ओन्ड कारों की बिक्री 5.9 मिलियन यूनिट्स पर रही।
इंडियन ब्लू बुक की रिपोर्ट के अनुसार, 10% CAGR से यह संख्या 2030 तक 9.5 मिलियन यूनिट्स तक पहुंचने की संभावना है।
प्रीमियमाइजेशन और संगठित प्लेटफॉर्म्स की बढ़ती लोकप्रियता इस वृद्धि में बड़ी भूमिका निभा रही है।
Used Car Market:यूज्ड कार में SUVs की बढ़ती लोकप्रियता
SUV और कॉम्पैक्ट SUV की हिस्सेदारी 50% से ज्यादा हो गई है, जबकि चार साल पहले यह मात्र 23% थी।
औसत बिक्री मूल्य में 36% का इजाफा हुआ है।
नॉन-मेट्रो शहरों में यूज्ड कारों की मांग तेजी से बढ़ रही है; यहां 68% खरीदार सेकेंड हैंड कारें चुन रहे हैं।
ब्रांड लॉयल्टी भी मजबूत है, 42% ग्राहक पुराने ब्रांड को दोहराना पसंद कर रहे हैं।
Used Car Market:सेफ्टी और तकनीक पर फोकस
खरीदार अब 5 स्टार GNCAP रेटिंग, तकनीकी स्पेसिफिकेशन और कार की मालिकाना हक़ की हिस्ट्री पर अधिक ध्यान दे रहे हैं।
फॉक्सवैगन इंडिया के ब्रांड डायरेक्टर नितिन कोहली के अनुसार, मांग पारदर्शिता और गुणवत्ता की तलाश को दर्शाती है।
महिंद्रा फर्स्ट चॉइस के MD और CEO मोहम्मद तुर्रा के अनुसार, अब बाजार एस्पिरेशन और ट्रस्ट पर चल रहा है।
Used Car Market:ट्रेंड्स और ग्राहक व्यवहार
चार से सात साल पुरानी कारों की संगठित सेगमेंट में 30% बिक्री होती है।
कई ग्राहक हैचबैक या सेडान से SUV में अपग्रेड कर रहे हैं।
छोटे शहरों से लेकर मेट्रो सिटी तक ग्राहक क्वालिटी, ट्रस्ट और सर्विस स्टैंडर्ड पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
यूज्ड कार मार्केट में इस तेजी के साथ आने वाले वर्षों में 10 मिलियन कारों तक की बिक्री संभव है, जो इस सेगमेंट के लिए बड़ा अवसर और निवेश का संकेत देता है।






