झारखंड विधानसभा में हंगामा : विधायक ने फाड़े दस्तावेज, अध्यक्ष पर लगाया पक्षपात का आरोप

Ruckus in Jharkhand Assembly: MLA tore documents, accused Speaker of bias

रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 13वें दिन पांकी विधायक कुशवाहा शशिभूषण मेहता ने सदन में हंगामा कर दिया। प्रश्नकाल के दौरान, जब वह अपना प्रश्न पढ़ रहे थे, तो अचानक रुक गए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने उनके प्रश्न को पढ़ा हुआ मान लिया, जिससे विधायक मेहता भड़क गए। गुस्से में उन्होंने दस्तावेज फाड़ दिए और अध्यक्ष पर पक्षपात का आरोप लगाया।

विधायक की नाराजगी और दस्तावेज फाड़ने की घटना

विधायक मेहता का कहना था कि जब वह सुबह से सदन में उपस्थित हैं, तो उन्हें प्रश्न पढ़ने के लिए पर्याप्त समय क्यों नहीं दिया गया। उनकी नाराजगी को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें बोलने का मौका दिया और कहा, “अगर आरोप लगाना है तो लगा दीजिए।” इस पर आक्रोशित विधायक ने अपने हाथ में रखे दस्तावेज फाड़ दिए और जोर देकर कहा कि वह प्रश्न नहीं पढ़ेंगे।

बाबूलाल मरांडी और संसदीय कार्य मंत्री की प्रतिक्रिया

घटना पर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि विधायक मेहता प्रश्न पढ़ते समय रुके थे, जिससे भ्रम की स्थिति बनी। वहीं, संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि प्रश्नकाल के नियमों का पालन जरूरी है और सदन की गरिमा बनाए रखनी चाहिए।

सदन में अनुशासन बनाए रखने की अपील

इस घटना के कारण सदन में तनाव बढ़ गया, लेकिन सरकार और विपक्ष के नेताओं ने विधायकों से अनुशासन बनाए रखने और मर्यादा का पालन करने की अपील की। झारखंड विधानसभा में हुआ यह हंगामा राज्य की सियासत में चर्चा का विषय बन गया है।

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