रांची। मांगों पर मुखर संयुक्त शिक्षक मोर्चा 21 जनवरी को राजभवन के बाहर धरना देगा। मंगलवार को झारखण्ड प्रदेश संयुक्त शिक्षक मोर्चा में शामिल राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ, झारखंड प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ, झारखंड स्टेट प्राईमरी टीचर्स एसोसिएशन, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ +2 संवर्ग की संयुक्त बैठक धुर्वा गोलचक्कर स्थित भारतीय मजदूर संघ के कार्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता विजय बहादुर सिंह ने की। बैठक में अमीन अहमद, अरुण कुमार दास, प्रेम प्रसाद राणा, शैलेन्द्र कुमार सुमन, मकसूद जफ़र हादी, मुमताज अहमद एवं कुलदीप महतो आदि उपस्थित थे।
बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया कि 21 जनवरी 2023 को राजभवन के समक्ष शिक्षा एवं शिक्षक बचाओ आंदोलन विषय पर एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया जाएगा। जिसका मुख्य विषय निम्नलिखित हैं :-
(1) छठे वेतन आयोग के अनुशंसा के अनुरूप शिक्षकों को देय उत्क्रमित वेतनमान के अनुरूप सचिवालय कर्मियों के समान वेतनमान निर्धारण किया जाय।
(2) राज्यकर्मियों के समान राज्य के शिक्षकों को एम ए सी पी का लाभ दिया जाए।
(3) प्रधानाध्यापक विहीन हो चुके राज्य के सभी विद्यालयों में प्रधानाध्यापक सहित सभी ग्रेड में वर्षों से लंबित प्रोन्नति अविलंब दिया जाय।
(4) पूर्व की तरह स्थापित नियमों के अनुरूप शिक्षकों को अंतरजिला स्थानान्तरण की सुविधा को लागू किया जाय।
(5) शिक्षकों की सेवानिवृति उम्र 60 वर्ष से बढ़ाकर विश्वविद्यालय शिक्षकों के समकक्ष अथवा कम से कम 62 वर्ष किया जाय।
(5) शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2021 में सहायक आचार्य पद का वेतनमान ग्रेड पे 2400 एवं 2800 को संशोधन करते हुए वर्तमान सहायक शिक्षक के समान ग्रेड पे 4200 एवं 4600 में किया जाय ताकि शिक्षा की गुणवत्ता बरकरार रह सके।

(7) छात्र हित में शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से पुर्णतः मुक्त किया जाय।

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