कोटा (राजस्थान)। पिछले कुछ दिनों हालात ऐसे बने हैं कि कोचिंग के लिए कोटा भेजने से पहले मां-बाप का कलेजा कांप उठता है। कोटा में आये दिन छात्रों की खुदकुशी की खबरें आ रही है। पिछले 48 घंटे में दो छात्रों की आत्हत्या से कोटा एक बार फिर से सिहर उठा है। बिहार के रहने वाले 16 वर्षीय छात्र भार्गव मिश्रा ने फांसी लगा ली। इस साल में कोटा में कोचिंग ले रहे छात्र की आत्महत्या का यह 20वां मामला है।

भार्गव बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के मोतिहारी रघुनाथपुरम निवासी है। भार्गव इसी साल अप्रैल माह में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई की कोचिंग के लिए कोटा आया था। छात्र, कोटा के महावीर नगर इलाके में एक आवासीय मकान में किराए पर रहता था।

भार्गव के पिता के अनुसार, उनका बेटा शुक्रवार दोपहर से अपने परिवार के सदस्यों का फोन नहीं उठा रहा था, जिससे उन्हें किसी अनहोनी का शक हुआ। पीजी मालिक जब छात्र के कमरे तक गया तो कमरे का दरवाजा बंद था, दरवाजा खटखटाया लेकिन काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला, तब मालिक ने दरवाजा तोड़ा तो छात्र मृत मिला।

इससे पहले कोटा में गुरुवार को एक और छात्र ने आत्महत्या कर ली। जब पुलिस पहुंची तो उसके मुंह पर पॉलीथिन और हाथ पर रस्सी बंधी थी। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है और उसमें उन्होंने खुद को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। मृतक छात्र मनजोत छाबड़ा उत्तर प्रदेश के रामपुर का रहने वाला था। उसके पिता का हरजोत सिंह छाबड़ा है, जो मिलक के रहने वाले हैं।

18 वर्षीय मनजोत छाबड़ा नीट की तैयारी कर रहा था। कोटा के एक हॉस्टल में रह रहा था। उन्होंने बताया कि मनजोत छाबड़ा 4 महीने पहले ही कोटा आए थे और हॉस्टल के कमरे में अकेले रहते थे। वह रात करीब 8 बजे वहां से वापस आया था। बुधवार को कोचिंग क्लास अटेंड करने के बाद तब से वहीं था।

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