Trump Oath:डोनाल्ड ट्रंप आज अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की लेंगे शपथ , जानें शपथग्रहण में क्या है खास

Trump Oath / अमेरिका में इतिहास रचते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को देश के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। ट्रंप का यह शपथ ग्रहण समारोह कई मायनों में ऐतिहासिक है। इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण खुले आसमान के नीचे नहीं, बल्कि अमेरिकी संसद के भीतर स्थित कैपिटल रोटुंडा हॉल में होगा। इसके पीछे कारण था भीषण ठंड और बर्फबारी, जो कि इस मौसम में सामान्य स्थिति बन चुकी है। इस प्रकार, 40 साल बाद ऐसा हुआ, जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने संसद के अंदर शपथ लेंगे। इससे पहले 1985 में रोनाल्ड रीगन ने खराब मौसम की वजह से इनडोर शपथ ली थी।
ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह अन्य दृष्टिकोण से भी अनूठा था। इस बार शपथ ग्रहण में विदेशी मेहमानों की भागीदारी हो रही थी, जो पहले कभी नहीं हुआ था। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने शपथ ग्रहण समारोह में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित की। वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने न्योते के बावजूद इसमें भाग नहीं लिया।
ट्रंप के शपथ ग्रहण के साथ-साथ एक और ऐतिहासिक पहलू था—इसने एक पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा। ट्रंप अमेरिका के दूसरे राष्ट्रपति बने हैं जिन्होंने चार साल के अंतराल के बाद सत्ता में वापसी की। इससे पहले ग्रोवर क्लीवलैंड ने 131 साल पहले ऐसा किया था। ट्रंप ने भी यह इतिहास रचते हुए व्हाइट हाउस से बाहर रहने के बाद दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली।
इसके अतिरिक्त, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इस महत्वपूर्ण समारोह में शामिल हुए, जो अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में भाग लेने वाले पहले भारतीय नेता बने। साथ ही, भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी भी इस ऐतिहासिक मौके का हिस्सा बने।
यह शपथ ग्रहण समारोह केवल राजनीतिक रूप से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि इसमें कई परंपराओं को तोड़ा गया और नए रिकॉर्ड स्थापित किए गए। ट्रंप के शपथ ग्रहण से एक नई राजनीतिक धारा का आरंभ हो रहा है, जो आने वाले दिनों में दुनिया भर के नेताओं के संबंधों और कार्यशैली को प्रभावित कर सकती है।
शपथ ग्रहण समारोह में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया, जो अमेरिका के इतिहास में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले पहले भारतीय नेता थे। इसके अलावा, मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी ने भी ट्रंप परिवार के व्यक्तिगत आमंत्रण पर समारोह में शिरकत करेंगे।
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की पत्नी उषा चिलुकुरी, जो एक भारतवंशी हैं, को अमेरिका की “सेकंड लेडी” के रूप में सम्मानित किया गया। यह एक ऐतिहासिक अवसर था, क्योंकि पहली बार कोई भारतवंशी महिला इस सम्मान को प्राप्त कर रही हैं।
इस शपथ ग्रहण समारोह में अमेरिकी और अंतर्राष्ट्रीय नेताओं की बड़ी संख्या ने भाग लिया, जिसमें इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी भी शामिल होंगी।