खुदाई में निकला खजाना: 216 सोने की मुद्राएं मिलीं मजदूरों को…बेचने पहुँचे बाज़ार और फिर हुआ ऐसा कांड कि उड़ गए होश….

खुदाई में निकला खजाना: 216 सोने की मुद्राएं मिलीं मजदूरों को…बेचने पहुँचे बाज़ार और फिर हुआ ऐसा कांड कि उड़ गए होश….
पुणे। कहते हैं किस्मत कब पलट जाए, कोई नहीं जानता। महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ के चिखली इलाके में मजदूरी कर रहे लोगों को ऐसा खजाना हाथ लगा, जिसने पल भर में उन्हें अमीर बना दिया। खुदाई के दौरान अचानक 216 स्वर्ण मुद्राएं बरामद हुईं। लेकिन लालच में अंधे हुए मजदूरों ने इस खजाने को छिपाकर बाज़ार में बेचने की कोशिश की और फिर ऐसा कांड हुआ कि पूरा इलाका दहल उठा।
खुदाई में निकला खजाना:पुलिस के हत्थे चढ़ा खजाना
जानकारी के मुताबिक, मजदूरों ने इन सिक्कों को छुपाकर अपने पास रख लिया। योजना थी कि इन्हें बाज़ार में बेचकर लाखों कमा लिए जाएं। लेकिन पुलिस को भनक लग गई। जाल बिछाया गया और आरोपी पकड़ लिए गए। बरामद किए गए सिक्कों का वजन करीब 2357 ग्राम है और अनुमानित कीमत 70 लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है।
मुगलकालीन हैं सिक्के – औरंगजेब के दौर से जुड़ा राज़
पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने बताया कि ये सिक्के मुगलकालीन हैं और 1720 से 1750 के बीच यानी औरंगजेब के शासनकाल के समय के हैं। इन पर उर्दू और अरबी भाषा में लिखावट मिली है। माना जा रहा है कि ये सिक्के राजस्थान के जयपुर टकसाल में ढाले गए थे। पुरातत्व विभाग ने इन्हें अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
लालच में बर्बादी
आरोपियों में से एक सद्दाम पठान को पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा, जबकि उसके ससुर मुबारक शेख और साले इरफान शेख खुदाई के दौरान सिक्के पाकर पूरी साज़िश के पीछे थे। फिलहाल दो गिरफ्तार हैं, लेकिन एक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
जांच जारी
खुदाई में निकला खजाना:मुगलकालीन सिक्कों की बरामदगी से प्रशासन सतर्क हो गया है। खुदाई स्थल को सील कर पुरातत्व विभाग की टीम जांच कर रही है। स्थानीय लोगों के बीच यह चर्चा गर्म है कि कहीं इस जगह और भी छुपा हुआ खजाना तो नहीं।